इंदौर। मध्यप्रदेश सरकार के आयोजित दो दिवसीय वैश्विक निवेशक सम्मेलन के दौरान सूबे को अलग-अलग क्षेत्रों में लगभग 5,62,847 करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव हासिल हुए।
प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को यहां इस सम्मेलन के समापन समारोह के बाद बताया कि पिछले दो दिन में हमें 2,630 इकाइयों से कुल 5,62,847 करोड़ रुपए के निवेश आशय प्रस्ताव प्राप्त हुए। इन प्रस्तावों का शीघ्र क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के लिए हम निवेशकों को जल्द से जल्द जरूरी मंजूरियां व सुविधाएं देंगे। इसका साथ ही, एक विशेष पोर्टल शुरू कर इन प्रस्तावित परियोजनाओं की स्थिति की समयबद्ध समीक्षा करेंगे।
वैश्विक निवेशक सम्मेलन के दौरान न्यूक्लियर पॉवर कॉपरेरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड ने प्रदेश के मंडला जिले में 25,000 करोड़ रुपए के निवेश का इरादा जताया। आदित्य बिड़ला समूह ने सूबे में अलग-अलग क्षेत्रों में 20,000 करोड़ रुपए के निवेश की योजना का खुलासा किया।
दो दिवसीय कार्यक्रम के दौरान इंडियन ऑइल कॉपरेरेशन लिमिटेड ने 4,760 करोड़ रुपए, एस्सार समूह ने 4,500 करोड़ रुपए, सिन्टेक्स समूह ने 2,000 करोड़ रुपए, पीएंडजी इंडिया ने 1,100 करोड़ रुपए, मायलान लैब ने 700 करोड़ रुपए और ल्यूपिन इंडिया ने 700 करोड़ रुपए के निवेश का इरादा जाहिर किया।
मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि अगला वैश्विक निवेशक सम्मेलन 16 और 17 फरवरी 2019 को इंदौर में होगा। चौहान ने निवेशकों को भरोसा दिलाया कि वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के लागू होने के बाद भी निवेशकों को प्रदेश सरकार की ओर से वे सभी सुविधाएं और कर छूट मिलती रहेगी, जो फिलहाल प्रदान की जा रही हैं।
इस सिलसिले में वित्त विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया गया है। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार 50 करोड़ रुपए तक के प्रस्तावित निवेश के लिए ‘रिलेशनशिप मैनेजर’ नियुक्त करेगी। इसके साथ ही, कृषि भूमि का भू-उपयोग बदलने के लिए नियमों को उदार बनाया जाएगा।