उल्लेखनीय है कि महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों ने राज्य के जनजातीय बहुल जिलों होशंगाबाद, मंडला और आलीराजपुर के कलेक्टरों को आंगनवाड़ी केंद्रों में प्रयोग के तौर पर अंडे परोसे जाने के आदेश दिए थे। आंगनवाड़ी केंद्रों में अंडे वितरित किए जाने की वकालत करते हुए विभाग ने राज्य सरकार को प्रस्ताव भी भेजा था। इसमें उबला अंडा और अंडा करी देने की बात कही गई थी। अब मुख्यमंत्री के ऐलान के बाद यह साफ हो गया है कि आंगनवाड़ी केंद्रों में अंडा नहीं, दूध मिलेगा। यह ऐलान उन्होंने शनिवार को पार्टी की एक बैठक में किया।
जैन समाज ने माना आभार : मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान की इस घोषणा से पूरे जैन समाज में हर्ष है। जैन समाज के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष व सांसद नंदकुमारसिंह चौहान एवं मुख्यमंत्री के निजी सलाहकार शिव चौबे का आभार माना है।
सकल जैन समाज खंडवा के सचिव सुनील जैन ने बताया कि जैन संतों के आग्रह पर खंडवा सकल जैन समाज के प्रतिनिधि मंडल ने गत 24 अप्रैल को पुनासा उद्वहन सिंचाई योजना का लोकार्पण करने चांदेल पहुंचे शिवराजसिंह चौहान और नंदकुमारसिंह चौहान को अनुरोध पत्र सौंपा था। इसमें कहा गया था कि महिला एवं बाल विकास विभाग ने कुछ जिलों के कलेक्टरों को आंगनवाड़ी केंद्रों पर अंडे वितरित किए जाने के निर्देश दिए हैं। जैन समाज इसका विरोध करता है। इसके अमल पर रोक लगाई जाए।