मध्यप्रदेश में विधायकों के हॉर्स ट्रेडिंग के आरोपों से घिरी भाजपा और उसके दिग्गज नेता अब भी कमलनाथ सरकार के खिलाफ पूरी तरह अक्रामक नजर आ रहे है। तेजी से बदलते सियासी घटनाक्रम के बीच दिल्ली से भोपाल पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि पार्टी ऐसी किसी भी गतिविधि में शामिल नहीं है लेकिन अपने बोझ से कुछ होता है तो वह जाने। शिवराज ने इसे कांग्रेस के घर का मामला बताते हुए कहा कि आज कांग्रेस के विधायक खुद परेशान है और वह आरोप हम पर लगाते है।
शिवराज ने अपने दिल्ली दौरे पर सफाई देते हुए कहा कि कांग्रेस का काम केवल आरोप लगाना है और कांग्रेस में इतने गुट हैं कि आपस में मारममार मची हुई है और वह आरोप हम पर लगाते है। वहीं शिवराज ने दिग्विजय से आरोपों पर सफाई देते हुए कहा कि इससे दिग्विजय सिंह को क्या लेना देना कि मैंने दिल्ली में क्या किया। शिवराज ने कहा कि वह पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और जब पार्टी दिल्ली बुलाती है तो वह जाते है।
इससे पहले दिग्विजय सिंह ने आरोप लगाया था कि शिवराज चार्टर प्लेन से विधायकों को बेंगलुरु ले जाने वाले थे। उन्होंने कहा कि शिवराज सिंह चौहान के नजदीकी पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा, भूपेंद्र सिंह और रामपाल सिंह ने होटल में कांग्रेस विधायकों को करोड़ों रुपए ऑफर किए थे।