सीधी के जिलाधिकारी रवीन्द्र कुमार चौधरी ने बताया कि मंगलवार देर रात को बंद किया गया बचाव अभियान बुधवार सुबह फिर शुरू किया गया और हमने चार और शव इस नहर से बरामद किए हैं। यह नहर बाणसागर बांध परियोजना का एक हिस्सा है। उन्होंने कहा कि तीन और लोगों के लापता होने की आशंका है और उन्हें ढूंढने के प्रयास जारी हैं।
इसी बीच, रामपुर नैकिन पुलिस थाने के प्रभारी अशोक पांडे ने बताया कि हादसे के बाद ये चारों लोग नहर की तेज धारा में बह गये थे। इनमें से तीन शव दुर्घटनास्थल से करीब 10 किलोमीटर दूर रीवा जिले के गोविन्दगढ़ पुलिस थाना इलाके से नहर के एक हिस्से में मिले, जबकि एक शव घटना स्थल से करीब छह किलोमीटर दूर सीधी जिले में ही नहर में मिला। उन्होंने कहा कि इन चार शवों में एक छह महीने की बच्ची भी शामिल है।
उन्होंने कहा कि जो बेटे-बेटी, भाई-बहन चले गये हैं उन्हें हम वापस तो नहीं ला सकते, लेकिन परिवारों की जिंदगी कैसे आसान बने, इसकी कोशिश करेंगे। इस घटना के मूल में भी मैं जाने की कोशिश करूंगा। अभी तो मैं वहां जाकर परिस्थितियां देखूंगा।
अधिकारियों ने बताया कि राज्य आपदा मोचन बल (SDRF) एवं 5 जिलों के स्थानीय प्रशासन के करीब 600 कर्मचारी मंगलवार सुबह से राहत एवं बचाव कार्य में जुटे हुए हैं। यह हादसा सीधी जिला मुख्यालय से करीब 80 किलोमीटर दूर पटना गांव में मंगलवार सुबह करीब साढ़े सात बजे हुआ। हादसे के वक्त बस सीधी से सतना जा रही थी और नहर में करीब 25 फुट गहरा पानी था। (भाषा)