2 प्रतिशत से नहीं हुआ चयन, मौत को लगाया गले

होशंगाबाद। मर्चेंट नेवी में भर्ती होने का सपना लिए कक्षा 12वीं के छात्र तनय बालापुरे ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। स्काउट-गाइड में राष्‍ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित तनय का नेवी में सिलेक्शन होने में दो पर्सेंट का अड़ंगा था। हालांकि तनय को नेवी ने श्रेणी सुधार के लिए एक साल का समय दिया था। उसे मार्च में परीक्षा देकर 66 प्रतिशत अंक लाने थे और उसी समय नेवी में ज्वाइनिंग भी करनी थी 

इसे लेकर वह इतना डिप्रेशन में था कि उसने शनिवार दोपहर घर में फांसी लगा ली। उसे गंभीर हालात में नर्मदा ट्रामा सेंटर में भर्ती किया गया लेकिन उसने दम तोड़ दिया। तनय के पिता राजेन्द्र अस्पताल की केंटीन चलाते हैं। अपने बेटे को नेवी में देखने के लिए वे जी-तोड़ मेहनत करते थे। तनय की हालत देखकर उसकी माँ बेहोश हो गईं। उन्हें आईसीयू में भर्ती किया गया है। 
 
फेसबुक पर डालता था अपने सपने : तनय की फेसबुक आईडी पर उसके सपने साफ दिखाई देते थे। उसने अपनी वॉल पर नेवी की ड्रेस में अपनी फोटो डाली। कक्षा 12वीं में 64 प्रतिशत अंक लेकर तनय नेवी में भर्ती हो गया था। उसका सिलेक्शन होने में 66 प्रतिशत अंकों की जरूरत थी। नेवी ने तनय को दो प्रतिशत अंक बढ़ाने के लिए एक साल का समय दिया था। श्रेणी सुधार के लिए तनय दिन-रात मेहनत करता था। मार्च में परीक्षाएं होनी थी। यह टेंशन तनय को इतना खा गया कि उसने अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। 

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