पानी की लूट, बांध पर पुलिस का पहरा

होशंगाबाद जिले के तवा बांध में कम पानी होने से किसानों को मूंग की तीसरी फसल के लिए नहरों से पानी नहीं मिल रहा है। बांध से होशंगाबाद, हरदा जिले के किसानों के लिए 50 दिनों के लिए बड़ी नहर में पानी छोड़ा है। इससे नहर के करीब के खेतों तक ही पानी पहुंच रहा है। बड़े किसान तो पंप के जरिए पानी उठा रहे हैं, लेकिन छोटे किसानों को पानी नहीं मिल पा रहा है। दूसरी ओर जि‍न किसानों के पास ट्‍यूबवेल हैं, वे भी बिजली संकट के चलते खेतों की ‍सिंचाई नहीं कर पा रहे हैं। कुल मिलाकर मूंग की फसल बर्बाद होने की स्थिति में है।
परेशान किसानों ने नहर से पानी लूटना शुरू कर दिया। बिगड़ते हालात को काबू में करने के लिए नहरों पर सशस्त्र बल लगाया गया है। पुलिस और जल संसाधन विभाग के अधिकारियों की मौजूदगी में किसानों को पानी दिया जा रहा है।
 
जिले में 3 लाख 25 हजार हेक्टेयर में से लगभग सवा लाख हेक्टेयर में मूंग की फसल लगाई गई है। हरदा जिले के लगभग 3 हजार हेक्टेयर में किसानों को मूंग की सिंचाई करनी है। तवा बांध में पानी कम होने के कारण 1665 क्यूसेक पानी मुख्य बड़ी नहर में छोड़ा गया है। इससे सिर्फ 15 हजार हेक्टेयर में ही सिंचाई हो सकती है। छोटी नहर (माइनर) में पानी नहीं पहुंच रहा है। इससे हजारों किसान परेशान हैं। 
 
दो बार लूटा गया पानी : बीते दिनों सिवनी मालवा की मिसरोद माइनर पर रात में कुछ किसानों ने छोटी माइनर के गेट खोल दिए और पानी चालू कर दिया। डोलरिया माइनर पर भी पानी लूट लिया गया। गुस्साए किसानों के आगे जल संसाधन विभाग के अधिकारी मौन रहे।
 
लगा दिया पहरा : जल संसाधन विभाग ने घटना की पूरी रिपोर्ट विभाग के पीएस और कलेक्टर को भेजकर मदद की गुहार लगाई। इसके बाद से सिवनी मालवा से गुजरने वाली नहर पर 40 किलोमीटर इलाके में बंदूकों से लैस पुलिस जवान लगा दिए गए।  
जल उपभोक्ता समितियों को हिदायत : वॉटर सप्लाई प्लान को तोड़ते किसानों को रोकने के लिए मुनादी कराई गई। नियम तोड़ने वालों पर आपराधिक मामला दर्ज करने का ऐलान कर दिया गया है।
 
इनका कहना है : सिवनी मालवा के एसडीएम धीरेन्द्र सिंह का कहना है कि तवा बांध में पानी कम है इसलिए सभी किसानों को पानी नहीं दे सकते हैं। जितना पानी उपलब्ध है उसके हिसाब से प्लान बनाया गया है। 10 हजार हेक्टेयर को ही पानी दिया जा सकता है। किसानों में कन्फ्यूजन था कि डेम में पर्याप्त पानी है, हमें मिलना चाहिए। उन्हें बताया गया कि सारे किसानों को पानी नहीं दे पाएंगे।
थाना प्रभारी, सिवनी मालवा रामस्नेही चौहान कहते हैं कि पानी की अवैधानिक रूप से किसान चोरी न करें इसलिए राजस्व कार्यपालन दंडाधिकारी जल संसाधन विभाग के साथ पुलिस की सशस्त्र गार्ड नहरों पर पेट्रोलिंग कर रही है। 2 टीमों में पुलिस दिन और रात में गश्त कर रही है। किसानों को समझाइश दी जा रही है। इससे स्थिति सामान्य हुई है। 
 
जल संसाधन विभाग के एसडीओ केएस दायमा के मुताबिक तवा डेम में पानी कम है। मूंग की फसल के लिए हमने 50 दिनों का टाइम दे रखा है। पुलिस प्रशासन का सहयोग लेकर मॉनिटरिंग कर रहे हैं।

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