भोपाल। अरब सागर तथा बंगाल की खाड़ी में अगले 2 दिन में फिर एक कम दबाव का क्षेत्र बनने से मध्यप्रदेश में 10 दिन तक और बारिश हो सकती है।
मौसम विज्ञान भोपाल केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक पीके साहा ने बताया कि गुजरात में सौराष्ट्र पर चक्रवाती घेरा बना हुआ है, ऐसी ही स्थिति उत्तरी मध्यप्रदेश के वायुमंडल में भी बनी हुई है तथा सौराष्ट्र से मध्यप्रदेश होती हुई द्रोणिका (मानसूनी ट्रफ लाइन) भी गुजर रही है, इससे प्रदेश में बारिश हो रही है। ALSO READ: देशभर में आफत की बारिश, नवरात्रि में भी नहीं मिलेगी राहत, लोग परेशान
उन्होंने बताया कि इसके साथ ही उत्तर-पश्चिम अरब सागर में तथा बंगाल की खाड़ी के उत्तरी भाग में भी 48 घंटों में कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है जिससे आगामी 10 दिन तक प्रदेश में वर्षा का आलम लगभग ऐसा ही बने रहने का अनुमान है।
भोपाल में लगी झड़ी : राजधानी भोपाल में शुक्रवार को सुबह हल्की वर्षा हुई लेकिन शाम को 6 बजे के आसपास फिर बारिश की झड़ी लग गई, जो जारी है। भोपाल में 1 जून से अब तक कुल 1732.2 मिमी (69 इंच) वर्षा हो चुकी है, जो सामान्य से 653.3 मिमी ज्यादा है। प्रदेश में शुक्रवार को खजुराहो में 50 मिमी, नौगांव 38, इंदौर एवं खरगोन 26, खंडवा 20, रतलाम 11, होशंगाबाद एवं शाजापुर में 9 तथा भोपाल में 1 एवं शहर में 2.4 मिमी वर्षा हुई है।
अगले 24 घंटों में भारी बारिश : साहा ने बताया कि अगले 24 घंटों में मध्यप्रदेश के उत्तरी क्षेत्र में कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। इस दौरान रीवा, सतना, सीधी, सिंगरोली, टीकमगढ़, छतरपुर, सागर, दमोह, पन्ना, गुना, अशोकनगर, ग्वालियर, शिवपुरी, भिंड एवं दतिया जिलों में कहीं-कहीं भारी वर्षा होने की संभावना है।
उज्जैन में शनिश्चरी अमावस्या पर घाटों पर रोक : मध्यप्रदेश के उज्जैन में जिला प्रशासन ने भारी वर्षा के मद्देनजर शनिश्चरी व सर्वपितृ अमावस्या के मौके पर कल शनिवार को यहां श्रद्धालुओं की सुरक्षा एवं सुविधा को देखते हुए शनि मंदिर के त्रिवेणी व रामघाट सहित अन्य घाटों पर प्रवेश पर रोक लगा दी।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी शशांक मिश्र ने शहर में हो रही भारी वर्षा के मद्देनजर शनिश्चरी अमावस्या के अवसर पर त्रिवेणी घाट, रामघाट, सिद्धवट आदि अन्य घाटों पर श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक लगा दी है। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए प्रशासन द्वारा स्नान के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की गई है। कलेक्टर ने इस संबंध में सभी सुरक्षा बलों को आवश्यक निर्देश जारी कर दिए हैं। (सांकेतिक चित्र)