बच्चों के पालकगण दितिया पिता ननकिया, सालसिंह पिता ज्ञानसिंह, दलसिंह पिता रकसिंह, बनिया पिता हेमराज, करमसिंह पिता नानजी, जदिया पिता नानजी, नवलसिंह पिता भावसिंह, लाला पिता अमनसिंह आदि ने इस संबंध में शपथ पत्र के साथ जिला प्रशासन को शिकायत की है। उसमें उन्होंने कहा है कि क्षेत्र की अन्य शालाओं के बच्चों को गणवेश की राशि प्राप्त हो चुकी है। हमारे बच्चे राशि के अभाव में आज तक गणवेश नहीं ले पाए। गणवेश की राशि बच्चों के खातों में जमा नहीं होने के संबंध में जब जनशिक्षक से पूछा गया तो उन्होंने हमें यह कहकर टरका दिया कि अभी राशि नहीं आई है।
यहां यह भी उल्लेखनीय है कि शासन के नियमानुसार शाला पर पदस्थ शिक्षक ही एसएमसी का सचिव होता है, किंतु विकासखण्ड उदयगढ़ की कई शालाओं में शासन के सारे नियमों को ताक पर रखकर दिया गया है। यहां बीआरसी, बीईओ एवं जनशिक्षकों की साठगांठ से शाला प्रबंध समिति के सचिव पद की जिम्मेदारी जनशिक्षकों की ही दे रखी है।