मौसम विज्ञान केन्द्र भोपाल के वरिष्ठ वैज्ञानिक उदय सरवटे ने बताया कि फिलहाल प्रदेश में कहीं-कहीं हल्की वर्षा या बूंदाबांदी हो रही है, वह 'महा' से आ रही नमी की वजह से हो रही है। यह तूफान अभी ओमान की तरफ जा रहा है, लेकिन 5 नवंबर को वापस मुड़कर गुजरात के समुद्री तट की ओर आने वाला है, जिससे ज्यादा नमी आने से मध्यप्रदेश के इंदौर, उज्जैन, भोपाल, होशंगाबाद और जबलपुर संभाग के जिलों में बारिश होने की संभावना है। इससे 8 नवंबर तक हलकी वर्षा हो सकती है।
सरवटे के अनुसार इसी दौरान बंगाल की खाड़ी में भी कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है। हालांकि इसका असर विशाखापत्तनम की तरफ ज्यादा होगा, लेकिन वहां से भी नमी आते रहने से 8 नवंबर के बाद दो तीन दिन और प्रदेश में हलकी वर्षा या बूंदाबांदी हो सकती है।
इस बीच, शनिवार को धार में 2 मिमी, बैतूल में 0.2 तथा इंदौर एवं उज्जैन में बूंदाबांदी हुई। मलाजखंड में शुक्रवार रात्रि 10 मिमी वर्षा हुई है। राजधानी भोपाल में बादलों और सूरज के बीच लुकाछिपी चलती रही और शहर में कहीं कहीं हल्की बूंदाबांदी भी हुई। अगले चौबीस घंटों के दौरान प्रदेश में गरज चमक के साथ कहीं-कहीं वर्षा होने के आसार हैं। भोपाल का आकाश भी मेघमय रह सकता है और कुछ बौछारें पड़ सकती है।
भोपाल में शनिवार को अधिकतम तापमान 28.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ, जो सामान्य से तीन डिग्री कम है। जबकि न्यूनतम 21.4 डिग्री रहा जो सामान्य से पांच डिग्री अधिक है। प्रदेश में सबसे कम न्यूनतम तापमान 15 डिग्री ग्वालियर में रिकॉर्ड हुआ।