उन्होंने बताया कि शिवानी ने दो दिनों पूर्व दोनों शावकों को जन्म दिया था, लेकिन जन्म के बाद से उसने दोनों को अकेला छोड़ दिया। दूसरे शावक का इलाज चिड़ियाघर में जारी है। उसे बचाने के लिए लेब्राडोर मादा श्वान का दूध उसे दिया जा रहा है।
वन्य जीव विशेषज्ञों के मुताबिक, वन्य जीव के लिए शावक को यूं अकेला छोड़ देना सामान्य प्रकिया है। यदि उन्हें अहसास हो जाए कि शावक कमजोर है और उसका बचना असंभव है, तो वे उसे अकेला छोड़ देते हैं। (वार्ता)