महाभारत काल में जिन नगर, शहर, गांव और जनपदों के जो नाम थे उनमें से वर्तमान में कुछ ही के नाम मिलते हैं। समय के साथ उन नामों में बदलाव होता गया। हालांकि बहुत से ऐसे शहर हैं जिन्हें आज भी उन्हीं नामों से पुकारा जाता है जिन नामों से महाभारत काल में पुकारा जाता था। जैसे मथुरा, काशी, जगन्नाथ, द्वारिका, बद्रीनाथ, गंगोत्री, सोमनाथ, कुरुक्षेत्र आदि। आओ जानते हैं कि आज उन शहर और गावों को किस नाम से जानते हैं।
जिन स्थानों के नाम आजकल काबुल, कंधार, बल्ख, वाखान, बगराम, पामीर, बदख्शां, पेशावर, स्वात, चारसद्दा आदि हैं, उन्हें महाभारत काल में क्रमश: कुंभा या कुहका, गंधार, बाल्हीक, वोक्काण, कपिशा, मेरू, कम्बोज, पुरुषपुर (पेशावर), सुवास्तु, पुष्कलावती आदि के नाम से जाना जाता था।
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ये प्रमुख नगर : तक्षशिला (रावलपिंडी के पास), अवंतिका (उज्जयनी), हस्तिनापुर (मेरठ), बरनावत या व्याग्रपद (बागपत), वृंदावन, मथुरा, इंद्रप्रस्थ और खांडवप्रस्थ (वर्तमान दिल्ली), पांचाल (हिमालय और चंबा नदी के बीच का स्थान), अंग प्रदेश (भागलपुर), मत्स्य प्रदेश की राजधानी विराट (वर्तमान में बैराठ राजस्थान के जयपुर जिले का एक शहर है), द्वारिका (गुजरात के समुद्र तट पर) आदि ऐसे कई शहर है जहां आज भी महाभारत काल के प्रमाण देखने को मिलते हैं। हड़प्पा और मोहनजोदड़ो भी महाभारत काल की सभ्यता है जिनका अंत महाभारत के युद्ध से होता है।
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उस काल में इरान को पारस्य देश कहते थे जहां पर अस्वाका (Aswaka) का साम्राज्य था। इराक में पहलावा (Pahlava) का साम्राज्य था। उत्तर मद्र और उत्तर कुरु को वर्तमान में किर्गिस्तान (Kyrgistan) कहते हैं। नेपाल में विदेही साम्राज्य था जिसकी राजधानी मिथिला थी। श्रीलंका में सिंहल और त्रिकुटा नामक दो राज्य थे। महाभारत काल के परम कंबोज (Parama Kamboja) और हारा हूण (Hara Huna) वर्तमान में ताजाकिस्तान (Tajakistan) के अंतर्गत आते हैं।
तिब्बत को त्रिविष्टप कहा जाता था जहां रिशिका (Rishika) और तुशारा (East Tushara) नामक राज्य थे। वंगा और पुण्ड्र के क्षेत्र को वर्तमान में बांग्लादेश कहा जाता है। म्यांमार ब्रह्मदेश था, जिसे बर्मा भी कहा जाता है। उस काल में ग्रीस को यवन कहते थे। इसे वर्तमान में यूनान भी कहते हैं। कालयवन वहीं का था। इसी तरह सीरिया, असीरिया, सऊदी अरब, चीन आदि कई देशों का वर्णन मिलता है।
भारत में कई प्राचीन शहर हैं, जैसे मथुरा, अयोध्या, द्वारिका, कांची, उज्जैन, रामेश्वरम, प्रयाग (इलाहाबाद), पुष्कर, नासिक, श्रावस्ती, पेशावर (पुरुषपुर), बामियान, सारनाथ, लुम्बिनी, राजगिर, कुशीनगर, त्रिपुरा, गोवा, महाबलीपुरम, कन्याकुमारी, श्रीनगर, गांधार आदि, लेकिन काशी का स्थान इन सबमें सबसे ऊंचा है। काशी को 'वाराणसी' और 'बनारस' भी कहा जाता है।