उन्होंने बताया कि भाजपा कार्यकर्ताओं के समूह के साथ शाह उस परिसर में जा रहे थे जहां नामांकन पत्र दायर होना था, तभी स्वयं को मेहता के समर्थक बताने वाले लोग भी वहां पहुंचे और उन्होंने शाह की कार को रोक दिया।
मेहता ने 2014 में घाटकोपर (पूर्व) से चुनाव जीता था लेकिन सत्तारूढ़ पार्टी ने इस बार उन्हें टिकट नहीं दिया। मेहता के समर्थक इसी बात से नाराज थे। उन्होंने कार का शीशा तोड़ दिया और वाहन के अन्य हिस्सों को भी नुकसान पहुंचाया। इस दौरान शाह भीड़ के तितर बितर होने तक कार में बैठे रहे। इसके बाद पुलिस ने हस्तक्षेप करके भीड़ को तितर-बितर किया।