Importance of Makar Sankranti: मकर संक्रांति पतंग, तिल और गुड़ का भारत का एक प्रमुख त्योहार है, जो सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करने पर मनाया जाता है। यह त्योहार भारत के विभिन्न भागों में अलग-अलग नामों और रीति-रिवाजों से मनाया जाता है। मकर संक्रांति एक ऐसा त्योहार है जो हमें प्रकृति के चक्र और हमारे पूर्वजों की परंपराओं से जोड़ता है। यह त्योहार हमें एक-दूसरे के साथ मिलकर रहना और प्रकृति का सम्मान करना सिखाता है।ALSO READ: मकर संक्रांति, लोहड़ी, पोंगल और उत्तरायण का त्योहार कब रहेगा?
आइए जानते हैं मकर संक्रांति से जुड़ी 20 रोचक बातें:
1. उत्तरायण का प्रारंभ: मकर संक्रांति के दिन सूर्य दक्षिणायन से उत्तरायण की ओर बढ़ना शुरू करता है, जिसका अर्थ है दिनों का लंबा होना।
2. पवित्र स्नान: इस दिन पवित्र नदियों में स्नान करने का विशेष महत्व होता है। माना जाता है कि इससे पाप धुल जाते हैं।
3. दान-पुण्य: मकर संक्रांति के दिन दान करना बहुत शुभ माना जाता है। विशेषकर तिल, गुड़, खिचड़ी का दान करना शुभ होता है।
4. सूर्य देव की पूजा: इस दिन सूर्य देव की पूजा की जाती है। मान्यता है कि सूर्य देव की कृपा से जीवन में सुख-समृद्धि आती है।
5. पौराणिक महत्व: मकर संक्रांति का पौराणिक महत्व भी है। कई पौराणिक कथाएं इस त्योहार से जुड़ी हुई हैं।
6. पोंगल: दक्षिण भारत में इस त्योहार को पोंगल के नाम से जाना जाता है।
7. सूर्य की किरणें: सूर्य की किरणें सीधी पड़ने लगती हैं जिससे गर्मी बढ़ती है।
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