गर्मी में बाजार का कटा या खुला खाना भी इन बीमारियों की वजह है। गोलगप्पे तो बच्चों के साथ-साथ बड़ों को भी इन बीमारियों का शिकार बना लेते हैं। गर्मियों में गन्ने का रस भी काफी पिया जाता है, जो इन बीमारियों को बढ़ावा देता है। बाजार में गंदे गन्ने का रस ही बिकता है। इससे इन बीमारियों में इजाफा होता है।
अगर आपके बच्चे को बीमारी लग गई है तो प्राथमिक उपचार के लिए उन्हें ओआरएस का घोल देते रहें या एक ग्लास (उबले) ठंडे पानी में एक चम्मच चीनी और एक चुटकी नमक डालकर घोल बना लें और दस चम्मच या छोटी आधी कटोरी के बराबर ये घोल बार-बार बीमार बच्चे को पिलाते रहें।
भूलकर भी अफीम या जन्मघुट्टी अपने बच्चे को न दें, इससे फायदे की बजाय नुकसान हो सकता है। नमक वाली लस्सी, केले, दाल का पानी, चावल का पानी और पतली खिचड़ी भी दे सकते हैं। अपने मन से कोई दवाई बच्चे को न दें। डॉक्टर से सलाह अवश्य लें।