सावधान, बच्चों के लिए खतरनाक है डायरिया

डायरिया में उल्टियां और लूज मोशन होने से शरीर का पानी और नमक निकल जाते हैं। बड़ों को डायरिया होने पर वे इसकी भरपाई आसानी से ओआरएस के घोल से कर लेते हैं। लेकिन बच्चे के शरीर से चीजें लगातार निकलती रहती हैं और इनकी पूर्ति नहीं हो पाती।

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* बच्चे को डब्ल्यूएचओ से मान्यता प्राप्त ओआरएस का घोल बनाकर दें। यह घोल घर के आसपास के हेल्थ सेंटर में आसानी से मिल जाता है। एक लीटर उबले साफ पानी में एक पैकेट मिलाकर इसका घोल तैयार करें। इसे चम्मच से छोटे बच्चे को पिलाएं।



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* बच्चे का जितना वजन है, उसे 10-20 गुणा करके उतने मिलीलीटर घोल हर बार पिलाएं। अगर बच्चा 10 किलो का है, तो लूज मोशन के बाद उसे 100-200 मिलीलीटर घोल पिलाएं। अगर बच्चे को 10 मोशन हुए हैं, तो इतना ही घोल 10 बार पिलाएं।

* अगर मां बच्चे को इतना घोल पिला दे, तो वह 2-3 दिन में स्वस्थ हो जाएगा।



* दिक्कत तब आती है, जब बच्चा लूज मोशन के साथ उल्टियां करने लगता है। तब उसे कुछ भी देना संभव नहीं होता। तब बच्चे को तुरंत अस्पताल ले जाएं। डॉक्टर उसे उल्टियां रोकने की दवा देंगे। अगर इससे भी फर्क ना पड़े तो बच्चे को अस्पताल में भरती करके ड्रिप लगाई जाती है। इससे शरीर में पानी की कमी को दूर किया जाता है।



* डॉक्टर इसके इलाज में ओआरएस का घोल और प्रोबायोटिक्स देते हैं। इसके अलावा बच्चों को ऐसे सिरप दिए जाते हैं जिनमें जिंक होता है।

* 80 प्रतिशत डायरिया वायरल होता है जिसका एंटीबायोटिक्स से इलाज नहीं किया जाता।

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