पिछले एक दशक में हमारे रहन सहन में बहुत बदलाव आया है। मोबाइल हमारे जीवन का एक अभिन्न हिस्सा बन चुका है और बहुत छोटे बच्चों के पास भी अपना पर्सनल मोबाइल या टैब होता है। विशेषज्ञों के अनुसार बच्चों को मोबाइल या टैब से दूर रखना ज़रूरी है। इसके बावजूद, इंटरनेट के इस युग में पेरेंट्स बच्चों के स्क्रीन टाइम को कम नहीं कर पा रहे हैं। आइये जानते हैं बच्चों को देर तक टीवी क्यों नहीं देखनी चाहिए और इससे होने वाले नुकसान।ALSO READ: क्या होता है डेवलपमेंट ट्रॉमा डिसऑर्डर? जानें बच्चों में दिखाई देने वाले इसके लक्षण
बच्चों को ज्यादा स्क्रीन क्यों नहीं देखनी चाहिए?
ज्यादा देर तक टीवी या फिर मोबाइल की स्क्रीन देखने से बच्चों की मेंटल और फिजिकल ग्रोथ पर बहुत बुरा असर पड़ रहा है। यही नहीं, बहुत छोटी उम्र से मोबाइल और टीवी में समय बिताने के कारण बच्चों की पर्सनालिटी डेवेलपमेंट रुक गया है। ऐसे में बच्चों का सोशल सर्कल कम हो रहा है, जिससे वे नए दोस्त बनाने के बजाय स्क्रीन के सामने अधिक समय बिता रहे हैं।
बच्चों को स्क्रीन चलाने से क्या नुकसान होता है?
बच्चों को टीवी या फिर मोबाइल की स्क्रीन के सामने ज्यादा देर तक रहने से उनकी सोचने-समझने की क्षमता प्रभावित हो सकती है।
इससे बच्चों की आंखों समस्या होने के साथ ही नींद आने में भी समस्या हो सकती है।
इससे उन्हें थकान, कमजोरी और सुस्ती महसूस हो सकती है।
ज्यादा देर तक मोबाइल चलाने से बच्चों की मेमोरी पावर कम होती है, जिससे उनकी एकेडमिक ग्रोथ भी धीमी होती है।
बच्चों को स्क्रीन देखने की आदत कैसे छुड़वाएं?
बच्चों को स्क्रीन देखने की आदत छुड़वाने के लिए उन्हें मोबाइल और टीवी से दूर रखना ज़रूरी है।
इसके लिए उन्हें बिजी रखने के लिए खेलकूद और अन्य रचनात्मक कामों के लिए प्रोत्साहित करें।
इसके लिए बच्चों के टीवी देखने के समय को नियमित करने की जरूरत है।
बच्चों को स्क्रीन देखने से होने वाले नुकसान के प्रति जागरुक करें।