Parenting Tips: बच्चों की परवरिश में उनके आसपास का माहौल भी काफी योगदान देता है। अगर वे अच्छे माहौल में पलते हैं तो संस्कारी होते हैं, लेकिन अगर आपके घर के आसपास का माहौल खराब है तो वे गलत चीजें काफी तेजी से सीखते हैं।
ये सच है कि बच्चे बुरी बातें भी बहुत तेज़ी से सीखते हैं। बच्चे अपने आस-पास के माहोल से जो कुछ देखते-सुनते हैं वो ही सीखते भी हैं। ऐसे में कई बार बच्चे की भाषा भी नकारात्मक रोप्प से प्रभावित हो सकती है और हो सकता है वो किसी को सुनकर गाली देना भी सीख जाए।
बच्चा गाली दे तो क्या करें?
सबसे ज्यादा मुश्किल उस वक्त होती है, जब बच्चा आपके ही सामने गाली देने लगता है। ऐसे में कोई भी पैरेंट आपा खो सकता है, लेकिन आपको भूल से भी यह गलती नहीं करनी है। आप बच्चे को बेहद शांति से समझाएं और उसे बताएं कि इस तरह के शब्दों का इस्तेमाल करना गलत क्यों है। इससे उसे क्या नुकसान हो सकता है।
बच्चे के सामने कभी न करें यह गलती
बच्चे को सही और गलत की जानकारी नहीं होती है। उसे जो चीज नई लगती है, वह उसे दोहराने लगता है। ऐसे में अगर आप गलत शब्दों का इस्तेमाल करते हैं तो बच्चा उन्हें काफी जल्दी सीख लेता है। ऐसे में आप कभी भी अभद्र शब्द बच्चों के सामने न बोलें। हो सकता है कि आपके सामने बच्चा गलत हरकत न करे, लेकिन आपके पीछे वह उन शब्दों को दोहरा सकता है।
बच्चे को समझाएं अच्छे शब्दों का फायदा
बच्चों को समय-समय पर समझाना बेहद जरूरी होता है। उससे हमेशा प्यार और समझदारी से बात करें, जिससे बच्चा भी आपको फॉलो करेगा। बच्चे को अच्छे शब्दों और अच्छे व्यवहार के फायदे भी बताने चाहिए। इससे वे गलत शब्दों को बोलने से कतराएंगे।
बच्चे की तारीफ भी करें
अगर बच्चा गाली देना सीख गया है और आपके समझाने के बाद उसने खुद में बदलाव किया है तो उसकी तारीफ करें। जब वह सभ्य भाषा इस्तेमाल करे तो उसकी बढ़ाई जरूर करें। इससे बच्चे का उत्साह बढ़ेगा और वह गलत हरकत नहीं करेगा।
घर में बेहद जरूरी अनुशासन कायम करना
बच्चे को यह जरूर समझाएं कि गाली देना गलत बात होती है। इसके नतीजे बेहद खराब हो सकते हैं। गालियां देने से समाज में उनके प्रति गलत धारणा बन सकती है। इन सभी बातों के बारे में बताकर बच्चे को अनुशासित रहने के लिए कहेंगे तो वह चीजों को जरूर समझेगा।