नयी पद्धति के बारे में मंगलवार को जर्नल ई-लाइफ में बताया गया है। इस पद्धति ने 81 से 100 प्रतिशत संक्रमित लोगों के स्मार्टफोन पर वायरस की मौजूदगी का पता लगाया, जो एक सटीक जांच साबित हो सकती है। अनुसंधानकर्ताओं ने बताया कि इस पद्धति के तहत नमूने एकत्र करने में एक मिनट से भी कम समय लगता है और इसमें मेडिकलकर्मी की भी जरूरत नहीं पड़ती।
उन्होंने कह कि यह पद्धति न सिर्फ कोविड-19 की व्यापक स्तर पर जांच को आसान बनाएगी, बल्कि इसका उपयोग भविष्य में महामारी को रोकने में भी किया जा सकेगा। इस पद्धति के तहत जांच के लिए डायग्नोसिस बायोटेक द्वारा एक मशीन बनाई जा रही है। (भाषा)