मां है एक पूर्ण-संपूर्ण एहसास
एक सागर समाहित कर लेता है सबको अपने आप में,
अपने अस्तित्व में
फिर भी कभी नहीं उफनता
हजारों सुख-दुख की लहरें उमड़ती हैं उसमें पर
हम तक आने वाली हर लहर शांत, शीतल, और जीवनदायिनी होती है...
पर हम तक आने वाली उसकी हर बयार मीठी ही होती है
हां मां ऐसी ही होती है.. समुद्र सी गहरी, आकाश सी विशाल और धरती सी सहनशील...
मां एक रिश्ता ही नहीं है..
मां सृष्टि का सबसे खूबसूरत शब्द है
मां हम सबमें हैं, मां है तो ही हम सब हैं...