2. बहुत से लोग हैं, जो बिना बात के ही दु:खी रहते हैं। कुछ लोग भगवान द्वारा बहुत कुछ दिए जाने के बाद भी हमेशा विलाप करते रहते हैं तथा अपना दु:ख प्रकट करते रहते हैं तो ऐसे लोगों से दूर ही रहना चाहिए।- चाणक्य
3. संसार के छह सुख प्रमुख है- धन प्राप्ति, हमेशा स्वस्थ रहना, वश में रहने वाले पुत्र, प्रिय भार्या, प्रिय बोलने वाली भार्या और मनोरथ पूर्ण कराने वाली विद्या- अर्थात् इन छह से संसार में सुख उपलब्ध होता है।- विदुर