Chanakya niti for success: आचार्य चाणक्य ने धर्म, राजनीति, अर्थ, राज्य, देश, जीवन, स्त्री, पुरुष सभी विषयों पर अपने विचार चाणक्य नीति में व्यक्त किए हैं। चाणक्य नीति की बातें आज भी प्रचलन में है। चाणक्य नीति आज भी प्रासंगिक है, जिन्होंने भी इस नीति का पालन किया वह सुखी हो गया है। आओ जानते हैं कि सफलता के लिए कौनी 6 बातें दूसरों से छुपाकर रखना जरूरी है।
सिद्धमौषधं धर्मं गृहछिद्रं व मैथुनमाकुभुक्तं कुश्रुतं चैव मतिमान्न प्रकाशयेत् ॥चाणक्य नीति: 17॥
1.सिद्ध की औषधि, 2.धर्म, 3.घर की कमियां, 4.शय्यासुख, 5.गलती से किया गलत भोजन और 6.सुनी हुई बुरी बातें कभी भी किसी को नहीं बताना चाहिए।
1. दिए गए दान को न बताएं : किसी भी प्रकार के दान को किसी को भी न बताएं क्योंकि इसे दान का पुण्य नष्ट हो जाता है। इसी के साथ ही दान को अपनी पत्नी से भी गुप्त ही रखना चाहिए। कई बार आपकी पत्नी दान पर किए गए खर्च की दुहाई देकर आपको भला-बुरा कह सकती है।
2. अपमान को छुपाकर रखें : चाणक्य कहते हैं कि आपके साथ अकेले में हुए अपमान को सार्वजनिक नहीं करना चाहिए लेकिन सार्वजनिक रूप से हुए अपमान का दृढ़ता से मुकाबला करना चाहिए। इसी के साथ ही पति को कभी भी अपने साथ हुए अपमान के बारे में नहीं बताना चाहिए। क्योंकि बाद में जब पति पत्नी के बीच छोटी बात पर भी विवाद होता है तो पत्नी इस अपमान का ताना देने से चूकती नहीं हैं।
3. खुद की कमजोरी को न बताएं : आचार्य चाणक्य कहते हैं कि यदि आपमें कोई कमजोरी है तो उसे सावर्जजनिक न करें, क्योंकि कई लोग इसका फायदा उठा सकते हैं या आपको अपमानीत भी कर सकते हैं। यदि पति के अंदर कोई कमजोरी है या उसकी कोई कमजोरी है तो उसे अपनी पत्नी को नहीं बताना चाहिए। यदि आपकी पत्नी को आपकी कमजोरी पता चल गई तो वो अपनी बात मनवाने के लिए आपकी कमजोरी पर ही प्रहार करेगी।
4. कमाई को न करें उजागर : चाणक्य नीति के अनुसार पुरुष को अपनी कमाई उजागर नहीं करना चाहिए और उसे अपने धन को छुपाकर रखना चाहिए। यदि लोगों को यह बता चलता है कि आप कम कमाते हैं तो आपको गरीब समझकर आपके बारे में कई तरह की बातें करने लगेंगे या ज्यादा कमाते हैं तो लोग आपसे दान और उधार देने की उपेक्षा रखेंगे। आपको चोरी का भय भी सताएगा।
5. सिद्धि या हुनर : यदि आपके पास कोई सिद्धि है या कोई कला कौशल है तो उसे कभी किसी को न बताएं कि आपने यह कैसे हासिल किया। किसी योग्य व्यक्ति ही बताना चाहिए।
6. अपना लक्ष्य : लक्ष्य और लक्ष्य के लिए अपने परिश्रम को कभी किसी को भी नहीं बताना चाहिए क्योंकि लोग आपको आपके लक्ष्य के प्रति निराशा पैदा सकते हैं, भ्रम पैदा कर सकते हैं या भटका सकते हैं।