मोटिवेशन : क्यों नहीं होता कोई सपना सच?

अनिरुद्ध जोशी
बड़ा आदमी बनने, सफल होने या धनवान बनने के सपने तो सभी देखते हैं परंतु उनमें से कुछ लोगों के ही सपने सच होते हैं। आखिर क्यों नहीं होता कोई सपना सच? आओ जानते हैं इस संबंध में कुछ खास।
 
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1. दिमाग सबसे शक्तिशाली चीज है। स्वाभाविक तौर पर इमें 24 घंटे में 60 हजार विचार कौंधते हैं या बिजली की तरह चमकते और चले जाते हैं। उनमें से ज्यादातर विचार नकारात्मक होते हैं।
 
2. कहते हैं कि नकारात्मक विचारों का पलड़ा भारी है तो फिर भविष्य भी वैसा ही होगा और यदि ‍मिश्रित विचार हैं तो मिश्रित भविष्य होगा, परंतु यदि सकारात्मक विचारों की संख्‍या ज्यादा है तो भविष्य उज्जवल होगा।
 
 
3. कई लोग सपने तो देखते हैं आम खाने का लेकिन खरीदकर ले आते हैं जामुन। ऐसा क्यों? ऐसा इसलिए कि आम लेने ही मार्केट गए थे परंतु रास्ते में उन्होंने जामुन देखे और उसे ही घर ले आए। मतबल यह कि उनका विचार बदल गया या सपना बदल गया।
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4. जब तक पानी 100 डिग्री पर उबलेगा नहीं, तब तक वह भाप नहीं बनेगा। उसी तरह जब तक आप अपने सपने या विचारों पर दृढ़ नहीं रहेंगे, तब तक वह हकीकत में नहीं बदलेगा।
 
 
5. योग कहता है कि जो भी विचार निरंतर आ रहा है वह धारणा का रूप धर लेता है। ब्रह्मांड में इस रूप की तस्वीर पहुंच जाती है और फिर जब वह पुन: आपके पास लौटती है तो उस तस्वीर अनुसार आपके आसपास वैसे घटनाक्रम निर्मित हो जाते हैं और आप को फिर वहीं मिलता है जो आपने सोचा था।
 
6. दृढ़ विचार ही वस्तु बन जाते हैं। इसका सीधा-सा मतलब यह है कि हम जैसा सोचते हैं वैसे ही भविष्य का निर्माण करते हैं।
 
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7. वर्तमानकाल में अधिकतर लोगों की सोच नकारात्मक हो चली है। इसके पीछे कई राजनीतिक, सामाजिक और रहन-सहन में परिवर्तन के कारण भी हो सकते हैं। यह भी हो सकता है कि कोई व्यक्ति बचपन से ही गलत लोगों के साथ रहा हो या बाद में उसकी संगति गलत लोगों की हो गई हो। कई बार फिल्में, वेब सीरीज या साहित्य की किताबें भी हमारी सोच को दूषित कर देते हैं। इस तरह सोचो तो सोच के नकारात्मक होने के कई कारण हो सकते हैं। 
 
8. दो तरह की मेमोरी होती है- इनर और आउटर। इनर मेमोरी में वह डाटा सेव हो जाता है, जिसका आपके मस्तिष्क पर गहरा प्रभाव पड़ा है और फिर वह डाटा कभी नहीं मिटता। रात को सोते समय इनर मेमोरी सक्रिय रहती है और सुबह-सुबह उठते वक्त भी इनर मेमोरी जागी हुई होती है। अपनी इनर मेमोरी अर्थात चित्त से व्यर्थ और नकारात्मक डाटा को हटाओ और सेहत, सफलता, खुशी और शांति की ओर एक-एक कदम बढ़ाओ।
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9. सपने सच होने का फॉर्मूला यह है कि पहली बात तो यह कि आप अपने सपने या लक्ष्य को लेकर दृढ़ रहें। बार-बार विचार बदलने या लक्ष्य बदलने वाले जिंदगी में कहीं भी नहीं पहुंचते हैं।
 
 
10. सपने सच करने के लिए सपनों का पीछा करो। जो चाहते हो उसे हासिल करने के लिए प्लान बनाओ और कार्य में लग जाओ। भाग्य पर नहीं, भगवान पर भरोसा करो और हमेशा आशावादी बने रहो। यदि प्रारंभ में असफलता मिल रही है तो इसका मतलब यह है कि आपके सपने सच होने के चांस बढ़ रहे हैं।
 
टिप्स : सोचने का योगा स्टाइल: मैं आज मन में नकारात्मक विचार 'नहीं' आने दूँगा।- यह निगेटिव सेन्टेंस् है। योग इस तरह के सेन्टेंस का विरोध करता है। योगा स्टाइल यह है- 'मैं आज मन में 10 सकारात्मक विचार लाऊँगा।' 'नहीं' शब्द को अपने मन-मस्तिष्क से रफादफा कर दो।

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