Travel in june : इस वर्ष यदि आपका जून माह में घूमने का प्लान है और आप चाहते हैं ऐसी जगह जो सुहानी होने के साथ सस्ती भी हो तो हम आपके लिए लाए हैं भारत के ऐसे 5 स्थान जहां आप जाकर अच्छा महसूस कर सकेंगे।
1. हैवलॉक आईलैंड का राधानगर बीच, अंडमान : भारत के अंडमान निकोबार द्वीप समूह के अंडमान में हैवलॉक आईलैंड का राधानगर बीच विश्व के सबसे सुंदर और सुकून भरे बीच में शामिल है। यहां के नीले समुद्र पर सूर्यास्त का नजारा देखने बहुत ही रोमांचभरा होता है। यह पूरी दुनिया से अनोखा है।
2. नैनीताल : इसे नैनीताल इसलिए कहा जाता है क्योंकि यहां पर ऊंचे पहाड़ पर नैना देवी का एक मंदिर और प्रसिद्ध ताल है। नैनी शब्द का अर्थ है आंखें और 'ताल' का अर्थ है झील। बर्फ से ढ़के पहाड़ों के बीच झीलों से घिरा नैनीताल उत्तराखंड राज्य का प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है। यहां गर्मियों के दिनों में भी तापमान अधिकतम 21 डीग्री ही रहता है। नैनीताल झील, नैनादेवी मंदिर, नैना चोटी, गर्वनर हाउस, टिफिन टॉप और पंडित जीबी पंत प्राणी उद्यान यहां के प्रसिद्द स्थल है। शॉपिंग के लिए आप मार्केट मॉलरोड जा सकते हैं। धर्मशाला भी बहुत अच्छी जगह है।
3. पचमढ़ी : मध्यप्रदेश में अमरकंटक के पास ही होशंगाबाद जिले में पचमड़ी बहुत ही खूबसूरत हिल स्टेशन है। ऊंचे ऊंचे पहाड़, झील, झरने, गुफाएं, जंगल सभी कुछ हैं यहां पर। झरनों के लिए आप मध्यप्रदेश के पचमड़ी में जाएं। पचमढ़ी में आपको बहुत सारे झरने देखने को मिलेगें। यहां का तापमान भी बहुत कम रहता है। जरा भी गर्मी का अहसान नहीं होता है।
4. उदयपुर : उदयपुर में भी आप कभी भी जा सकते हैं। यहां आप झीलों का मजा ले सकते हैं। यहां की हवेलियों और महलों की भव्यता को देखकर दुनिया भर के पर्यटक मंत्रमुग्ध हो जाते हैं। शानदार बाग-बगीचे, झीलें, संगमरमर के महल, हवेलियां आदि इस शहर की शान में चार चांद लगाते हैं। अरावली की पहाड़ियों से घीरे और पांच मुख्य झीलों के इस शहर को देखने या घुमने-फिरने के लिए कभी भी जा सकते हैं। राजस्थान में 'जयसमंद झील' को एशिया की सबसे बड़ी कृत्रिम झील होने का दर्जा प्राप्त है। यह उदयपुर जिला मुख्यालय से 51 किमी दूर दक्षिण-पूर्व की ओर उदयपुर-सलूम्बर मार्ग पर स्थित है।
5. कन्याकुमारी : यहां पर तीन सागरों का संगम होता है। कन्याकुमारी में तीन समुद्रों-बंगाल की खाड़ी, अरब सागर और हिन्द महासागर का मिलन होता है। इस स्थान को त्रिवेणी संगम भी कहा जाता है। जहां समुद्र अपने विभिन्न रंगों से मनोरम छटा बिखेरते रहते हैं। समुद्र बीच पर रंग-बिरंगी रेत इसकी सुंदरता में चार चांद लगा रही थी। कन्याकुमारी अपने सूर्योदय के दृश्य के लिए काफी प्रसिद्ध है। सुबह हर होटल की छत पर पर्यटकों की भारी भीड़ सूरज की अगवानी के लिए जमा हो जाती है। शाम को सागर में डूबते सूरज को देखना भी यादगार होता है। उत्तर की ओर करीब 2-3 किलोमीटर दूर एक सनसेट प्वॉइंट भी है।
6. कान्हा राष्ट्रीय उद्यान : यदि आप जंगल का मजा लेना चाहते हैं तो आपको मध्यप्रदेश के कान्हा किसली राष्ट्रीय उद्यान जाना चाहिए। शिया के सबसे सुरम्य और खूबसूरत वन्यजीव रिजर्वों में से एक है कान्हा राष्ट्रीय उद्यान। इसे मोगली का घर भी कहा जाता है। यहां काला हिरण, बारहसिंगा, सांभर और चीतलों को एकसाथ देखा जा सकता है। इसके अलावा यहां बाघ, तेंदुआ, चीतल, नीलगाय, जंगली सूअर, गौर, भैंसे, सियार आदि हजारों पशु और पक्षियों का झुंड है।
7. लोनावला हिल स्टेशन : महाराष्ट्र में मुंबई से करीब 96 किलोमीटर और खंडाला से लगभग 5 कीलोमीटर दूर स्थित है लोनावला (लोणावळा) हिल स्टेशन। पूणे से मात्र 2 घंटे का रास्ता है। इसे झीलों का जिला कहते हैं। मुंबई और पूना वासियों के लिए यह उनका फेवरिट डेस्टिनेशन है। इस हिल स्टेशन क्षेत्र में लोनावला झील, तिगौती झील, मानसून झील और वाल्वन झील प्रमुख हैं, जिन्हें देखना बहुत ही अद्भुत है। खासकर वाल्वन झील पर बना वाल्वन बांध एक बेहतरीन पिकनिक स्पॉट है।