सोशल मीडिया पर बिहार और यादव पुत्र

# माय हैशटैग
 
20 नवंबर को पटना के गांधी मैदान में बिहार सरकार के शपथ समारोह में अपेक्षा और उपेक्षा शब्दों पर बड़ी चर्चा रही। लालू प्रसाद यादव के बेटे तेजप्रताप यादव को मंत्री पद की शपथ दूसरी बार लेनी पड़ी, क्योंकि पहली बार उन्होंने गलती से अपेक्षा की जगह उपेक्षा कह दिया था। गलती महज एक अक्षर की थी, लेकिन उससे अर्थ का अनर्थ हो गया। सोशल मीडिया पर लोगों ने इसका मखौल उड़ाया।
 
बिहार में मुख्यमंत्री भले ही नीतीश कुमार हों, चर्चा में रहे लालू यादव और उनके बेटे तेजस्वी और तेजप्रताप यादव। तेजस्वी यादव अब बिहार के डिप्टी सीएम हैं। सुशील मोदी की जगह अब तेजस्वी ने ली है। उनके भाई तेजप्रताप भी मंत्री हैं। सोशल मीडिया पर अपनी बात कहने वाले लोगों ने डिप्टी सीएम पर तो तिल का ताड़ ही बना दिया। नाइंथ फेल डिप्टी सीएम हैशटैग से लोगों ने अपनी भावनाएं व्यक्त कीं। साथ ही लोगों ने स्मृति ईरानी को भी बधाई दे डाली और कहा कि अब वे अकेली ही अपने तरह की मंत्री नहीं हैं। बिहार भी उनका अनुसरण कर रहा है। उमा भारती की स्कूली पढ़ाई को लेकर भी लोगों ने लिखा कि वे तो पांचवीं पास ही थीं, पर मुख्यमंत्री बन गई थीं। उस हिसाब से तेजस्वी 9वीं तक पढ़ा होने के बाद भी केवल डिप्टी सीएम ही बना है। एक शख्स तो इसके भी आगे निकल गए। उन्होंने कहा कि अगर अंगूठा छाप राबड़ी सीएम बन सकती हैं, तो बाकी लोगों ने क्या गुनाह किया है। 
 
छींटाकशी करने वालों ने तो यह भी लिख दिया कि हमारे ट्वीट अब बेचारे डिप्टी सीएम भी नहीं पढ़ पाएंगे। यह भी कहा गया कि उनसे ज्यादा पढ़े-लिखे तो उनके पीछे खड़े रहने वाले सुरक्षाकर्मी होंगे। किसी ने लिखा कि 9वीं फेल डिप्टी सीएम को आईआईएन फेल पप्पू का पूरा समर्थन है। किसी का तंज था कि कम से कम 9वीं फेल डिप्टी सीएम की आठवीं की मार्कशीट तो असली है, ऐसा नहीं कि जितेन्द्र तोमर की तरह फर्जी डिग्री ले आए हों। एक ने तो बिहारवासियों को बधाई भी दे डाली और कहा कि प्रधानमंत्री के एक लाख 65 हजार करोड़ के विकास पैकेज को ठुकराकर 9वीं फेल डिप्टी सीएम को चुनने के लिए बिहार बधाई का पात्र है। 
 
बिहार के बहाने केजरीवाल का मजाक उड़ाने वाले भी आगे आ गए और उन्होंने लिखा कि केजरीवाल वास्तव में बधाई के पात्र हैं कि लोगों ने शाही घराने को ठुकरा दिया है, अन्ना को ठुकरा दिया है, एंटी करप्शन आंदोलन को ठुकरा दिया है, अब केवल यादव, यादव और यादव हैं। सुशासन बाबू को 9वीं फेल छात्रों के उद्धार के लिए आगे लाने पर भी बधाइयां दी जा रही हैं। चुनावी नारों की पैरोडी बनाते हुए किसी ने लिखा है- ‘पढ़े बिहार, बढ़े बिहार की जगह अब मंत्री अनपढ़, उपमुख्यमंत्री गंवार, अबकी बार नीतीश कुमार’। लोगों का कहना है कि तेजस्वी की सबसे बड़ी और एकमात्र योग्यता यह है कि वे लालू प्रसाद यादव के बेटे हैं। बीजेपी समर्थकों ने ट्वीट किया है कि इसके लिए अब नरेन्द्र मोदी को दोषी मत ठहराना। 
 
लालू यादव के बेटे तेजप्रताप यादव ने मंत्री पद की शपथ लेते समय उपेक्षा और अपेक्षा में कोई भेद नहीं किया। इस पर लोगों का कहना था कि शपथ लेने के पहले उनकी थोड़ी प्रैक्टिस ही करा देते, तो यह दिन देखने को न मिलता। लालू यादव ने बिहार को 50 साल पीछे धकेल दिया और अब जो सरकार बनी है, वह तो बिहार को 200 साल पीछे धकेल देगी। 
 
तेजप्रताप यादव की एक मिनट की शपथ बिहार को पांच साल के अराज की ओर धकेल देगी, यह भी लोगों का विचार है। तेजप्रताप को शुभकामनाएं देने वाले भी हैं, जो लिखते है कि आप हेल्थ मिनिस्टर हैं, अपनी सेहत का भी ध्यान रखिए। यह भी कहा गया कि तेजप्रताप यादव जैसे लोगों के साथ बिहार सुरक्षित हाथों में है, इसमें चिंता की कोई बात नहीं। 
 
लोगों ने सोशल मीडिया पर अपने संदेशों में नीतीश कुमार का भी मजाक उड़ाया है, उनका कहना है कि इसके लिए हमने भाजपा को नहीं हराया। 12वीं पास तेजप्रताप यादव के बारे में लोगों ने लिखा कि उनके पास डिग्री नहीं है तो क्या हुआ? उनके पास बीएमडब्ल्यू है और 15 लाख रुपए की मोटर साइकल भी। उनके डैडी उनको फर्जी डॉक्टरेट या मध्यप्रदेश की एमबीबीएस डिग्री जरूर दिलवा देंगे। जो कुलपति उन्हें डिग्री देगा, उनके लिए राज्यसभा की सीट तय है, क्योंकि लालू के पास उसकी क्षमता है। 
 
तेजस्वी यादव लालू प्रसाद के प्रिय पुत्र हैं, जिन्होंने आईपीएल के चार मैच खेले और कुल 3 रन बनाकर आउट हुए, लेकिन राजनीति के मैदान में वे पहली बार में ही मंत्री बन गए। लोगों का मानना है कि उनका भविष्य क्रिकेट से ज्यादा राजनीति में उज्ज्‍वल है। 
 
महागठबंधन के झंडे तले बनने वाली सरकार बिहार में कैसे राज करेगी, यह तो उनके राजनीतिक कौशल पर ही निर्भर है। यह तय है कि अगले पांच साल तक बिहार की सरकार और वहां के मंत्री सोशल मीडिया के लिए दिलचस्प अपडेट्स मुहैया कराते रहेंगे। 
 

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