मोदी और ओबामा की राह पर कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो

# माय हैशटैग
 
सोशल मीडिया राजनीतिज्ञों की ब्रांडिंग का एक प्रमुख टूल बन चुका है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस बात को अच्छी तरह समझते हैं और वे सोशल मीडिया का उपयोग करने में कभी कोई कसर नहीं छोड़ते हैं। कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी भी उन्हीं के नक्शे कदम पर हैं। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो भी इसी बात की पुष्टि करते हैं। कनाडा के प्रधानमंत्री बरसों से सोशल मीडिया का इस्तेमाल करते आ रहे हैं और अब वे इसकी मदद से अपनी छवि चमकाने वाले नेताओं में से हैं। सोशल मीडिया पर ट्रूडो दंपत्ति को दुनिया का सबसे ग्लैमरस युगल कहा जाता है।
दुनिया के कई प्रमुख नेता जानते हैं कि यू-ट्यूब, फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, स्नेपचैट आदि का उपयोग करके वे अपनी छवि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चमका सकते हैं। आज दुनिया के प्रमुख नेता सोशल मीडिया का उपयोग परंपरागत विज्ञापनों से हटकर कर रहे हैं और अपने चुनाव क्षेत्र के साथ ही अपने देश के मतदाताओं और दुनियाभर के प्रशंसकों से रूबरू हो रहे हैं। वास्तव में राजनेताओं को अपने मतदाताओं से सदा जुड़े रहने की जरूरत सबसे ज्यादा है और सोशल मीडिया यहीं उनकी मदद करता है।
 
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की एक और खूबी है कि जब वे ट्विटर पर होते हैं, तब प्रधानमंत्री के बजाय एक व्यक्ति की तरह अपने फॉलोअर्स से चर्चा करते नजर आते है। बराक ओबामा भी इसी शैली में अपने मतदाताओं से संपर्क करते हैं, जैसे कुछ दिनों पहले ही उन्होंने अपनी पार्टी के उम्मीदवारों के लिए चंदा इकट्ठा करने के लिए अभियान की शुरुआत ट्विटर के माध्यम से की। अभियान की अंतिम तिथि नजदीक आने पर उनका जोर था। इसके अलावा उन्होंने अपने एक कुत्ते के साथ दौड़ते हुए फोटो भी शेयर किया और लिखा कि चंदा अभियान की डेड लाइन आने के पहले ही तमाम दौड़-भाग करनी होगी। नरेन्द्र मोदी अपने व्यक्तिगत और पीएमओ अकाउंट से जो ट्वीट करते हैं, वह उनकी व्यक्तिगत टिप्पणी के साथ ही अधिकारिक नीति का भी प्रतिनिधित्व करती है। 
 
जैसे भारत में नरेन्द्र मोदी पहले प्रधानमंत्री हैं, वैसे ही जस्टिन ट्रूडो के रूप में कनाडा को पहला प्रधानमंत्री मिला है, जो सोशल मीडिया पर बेहिसाब सक्रिय है। कनाडाई प्रधानमंत्री नियमित रूप से सोशल मीडिया पर दस्तक देते हैं। वे अपनी रणनीति भी शेयर करते हैं और उनका यह तरीका लोगों को पसंद आ रहा है। जब उन्हें अपने फॉलोअर्स के साथ कोई बहुत बड़ी बात शेयर करने के लिए नहीं होती, तब वे मजाकिया संदेश भी शेयर करते हैं। हाल ही में उन्होंने चीन की यात्रा के दौरान पांडा के दो बच्चों के साथ अपनी तस्वीरें शेयर की। अपने प्रशंसकों के साथ वे नाचते-गाते चित्र, अपनी पिकनिक और बच्चों के फोटो भी वे शेयर करते हैं। 
 
यूएसए और भारत की तरह कनाडा के लोग उतने उदार नहीं हैं। वे अपने प्रधानमंत्री की आलोचना इसलिए भी कर रहे हैं कि वे सोशल मीडिया पर नाहक ही ‘वक्त जाया कर रहे हैं’। हाल ही में एक पत्रकार-वार्ता में एक पत्रकार के सवाल पर उन्होंने क्वांटम कम्प्यूटिंग के बारे में खुलकर चर्चा की। बाद में वह सवाल सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और यह आरोप लगा कि वे इस तरह के सवाल खुद प्रायोजित करवा रहे है, ताकि उनकी छवि अच्छी बने। 
 
भारत में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लगभग सभी ट्वीट कहीं न कहीं समाचार के रूप में छपते है। कोई सप्ताह ऐसा नहीं जाना, जब नरेन्द्र मोदी के ट्विटर संदेश ट्रेंड में न आते हो। इसी तरह कनाडा के प्रधानमंत्री भी सोशल मीडिया के लिए गोल्डन ब्वॉय की तरह हैं, जो हमेशा सुर्खियां बटोरते हैं। वे किस्मत वाले हैं कि उन्हें नवाज शरीफ जैसा पड़ोसी नहीं मिला, बल्कि दुनिया के सबसे ताकतवर माने जाने वाले बराक ओबामा मिले हैं। दोनों देशों के नेता क्लाइमेट चेंज पर साथ मिलकर कार्य कर रहे हैं और नशा मुक्ति जैसे मुद्दों पर भी। 
 
कनाडाई प्रधानमंत्री का जलवा तो इस प्रकार है कि वे वॉशिंगटन यात्रा पर गए और उन्होंने बराक ओबामा से हाथ भी नहीं मिलाया कि ट्विटर पर उनका हैशटैग चलन में आ गया। सोशल मीडिया पर इस तरह की बातें शेयर की जा रही है कि कनाडाई प्रधानमंत्री और अमेरिकी राष्ट्रपति दोनों ही ‘युवा’ हैं और ऊर्जा से भरपूर हैं। दोनों में ही सेंस ऑफ ह्यूमर अच्छा है। दोनों की बीवियां बुद्धिमान और आधुनिक हैं। दोनों ही एथलीट रहे हैं और दोनों ही देशों के परस्पर हित बहुत ही मिलते-जुलते है। दुनिया के कई विकसित देशों में सोशल मीडिया का ऐसा इस्तेमाल अभी शुरू नहीं हुआ है।

वेबदुनिया पर पढ़ें