Nag Panchami 2024: नागपंचमी का त्योहार सावन माह की शुक्ल पक्ष की पंचमी को मनाया जाता है। इस बार नाग पंचमी का पर्व 9 अगस्त 2024 शुक्रवार को मनाया जाएगा। नागपंचमी पर तक्षक, वासुकी, शेषनाग सहित 8 नागों की पूजा होती है। आओ जानते हैं कि किस तरह करते हैं नाग पूजा।ALSO READ: Naag Panchami 2023: नाग पंचमी पर करें 5 उपाय, काल सर्पदोष से मिलेगी हमेशा के लिए मुक्ति
नाग पंचमी पर नागों की पूजा-
1. नित्यकर्म से निवृत्त होकर नाग पूजा के स्थान को साफ करें।
2. पूजा स्थान पर उचित दिशा में लकड़ी का एक पाट या चौकी लगाएं और उस पर लाल कपड़ा बिछा दें।
3. अब उस पाट पर नाग का चित्र, मिट्टी की मूर्ति या चांदी के नाग को विराजमान करें।
5. फिर हल्दी, रोली (लाल सिंदूर), चावल और फूल लेकर नाग देवता को अर्पित करें। उनकी पंचोपचार पूजा करें।
6. उसके बाद कच्चा दूध, घी, चीनी मिलाकर नाग मूर्ति को अर्पित करते हैं।
7. पूजन करने के बाद सर्प देवता की आरती उतारी जाती है।
8. अंत में नागपंचमी की कथा अवश्य सुनते हैं।
9. इसी तरह से संध्या को भी पूजा आरती करें।
10. पूजा आरती के बाद दान आदि देकर व्रत का पारण कर सकते हैं।
नागपंचमी व्रत : इस दिन व्रत रख रहे हैं तो चतुर्थी के दिन एक बार भोजन करें तथा पंचमी के दिन उपवास करके शाम को अन्न ग्रहण किया जाता है। यदि दूसरे दिन पंचमी तीन मुहूर्त से कम हो और पहले दिन तीन मुहूर्त से कम रहने वाली चतुर्थी से वह युक्त हो तो पहले ही दिन यह व्रत किया जाता है। और यदि पहले दिन पंचमी तीन मुहूर्त से अधिक रहने वाली चतुर्थी से युक्त हो तो दूसरे दिन दो मुहूर्त तक रहने वाली पंचमी में भी यह व्रत किया जाता है। यानी चतुर्थी के दिन एक बार भोजन करें तथा पंचमी लगने के बाद पंचमी के दिन उपवास करके शाम को भोजन करना चाहिए।ALSO READ: नाग पंचमी के 20 बहुत सरल उपाय, कालसर्प दोष से बचने के लिए आजमाएं