देश में रक्षा भर्ती गिरोह का पर्दाफाश

रविवार, 26 सितम्बर 2010 (21:56 IST)
सीबीआई ने रविवार को देश भर में रक्षा भर्ती गिरोह का पर्दाफाश करने का दावा किया, जिसमें नौसेना के दो अधिकारियों सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इन लोगों ने उम्मीदवारों को कथित तौर पर परीक्षा के प्रश्न लीक किए।

अभियुक्तों की पहचान आरसी नैख और डीएस मूर्ति के रूप में हुई है, जो क्रमश: पश्चिमी और पूर्वी नौसेना कमान में प्रशासनिक अधिकारी थे। इनके अलावा आंध्रप्रदेश के विशाखापत्तनम स्थित मानसा इंटरनेशनल रक्षा भर्ती एजेंसी के मालिक रणबीरसिंह रावत और हरियाणा के शिक्षक होशियारसिंह शामिल हैं।

एजेंसी के संयुक्त निदेशक ऋषिराजसिंह ने कहा कि चारों को सोमवार को अदालत के समक्ष उपस्थित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इन लोगों ने अवर संवर्ग लिपिक भर्ती परीक्षा के प्रश्न 150 उम्मीदवारों को लीक किए, जो यहाँ परीक्षा के लिए उपस्थित हुए थे।

पश्चिमी नौसेना कमान मुख्यालय में 175 लिपिकों के पद पर भर्ती के लिए परीक्षा आयोजित की गई थी और लिखित परीक्षा में 35 हजार से ज्यादा उम्मीदवार शामिल हुए थे।

ऋषिराज ने कहा कि यह गंभीर अपराध है। ये लोग देश की सुरक्षा को दाँव पर लगाते हैं और कोशिश करते हैं कि अयोग्य उम्मीदवार नौकरी प्राप्त करें। उन्होंने कहा कि अभियुक्तों ने 150 उम्मीदवारों से 15 हजार रुपए से 50 हजार रुपए के बीच पैसा लिया, जो देश के विभिन्न भागों के रहने वाले हैं।

उन्होंने कहा कि ये सभी 150 उम्मीदवार मामले में अब हमारे गवाह होंगे। उन्होंने कहा कि इन उम्मीदवारों के खिलाफ उपयुक्त कार्रवाई करने के लिए हम नौसेना के वरिष्ठ अधिकारियों को पत्र लिखेंगे।

सीबीआई अधिकारी सिंह ने कहा कि वे यह भी जाँच कर रहे हैं कि क्या गिरोह में रक्षा विभाग के और अधिकारी शामिल हैं। सिंह ने कहा कि हमें गुप्त सूचना मिली थी कि मुख्य अभियुक्त नैख ने पेन ड्राइव का उपयोग करते हुए प्रश्नपत्र को लीक किया और इसे अपने सहकर्मी मूर्ति को सौंप दिया जिसने पुणे में प्रश्नपत्र के कई प्रिंट निकाले। इसके बाद इन प्रतियों को रावत को सौंप दिया गया जो पहले भारतीय नौसेना में नाविक था। उसने 150 उम्मीदवारों को क्राफोर्ड मार्केट के यूनाईटेड लॉज में ठहराया था।

सीबीआई ने कहा कि रावत ने देश भर में 15 से ज्यादा नौकरी दिलाने वाली एजेंसी खोल रखी हैं। सिंह ने कहा कि कुछ उम्मीदवारों को प्रश्नपत्र की प्रिंटेड प्रतियाँ दी गईं, जबकि कुछ को प्रश्न लिखने को कहा गया। होशियारसिंह ने उम्मीदवारों को विभिन्न सवालों के जवाब दिए।

लॉज के जिस कमरे में वे रुके थे, वहाँ छापा मारा गया और रावत एवं मूर्ति से लिखित सवालों की प्रतियाँ बरामद की गईं, जो कोलाबा के एक होटल में रुके थे।

उन्होंने कहा कि अभियुक्तों से एक लाख 85 हजार रुपए नकद और कई बैंकों में जमा धन की रसीदें भी बरामद की गईं। सिंह ने कहा कि हमने एक रजिस्टर भी बरामद किया है, जिसमें लिखा है कि किस उम्मीदवार ने कितने रुपए दिए और इसे किसे देना है। उन्होंने कहा कि दिल्ली, विशाखापत्तनम, पुणे और नवी मुंबई के सात स्थानों पर तलाशी जारी है। (भाषा)

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