पारसकर के बचाव में शिवसेना, रेप का आरोप अब फैशन...

बुधवार, 13 अगस्त 2014 (07:36 IST)
मुंबई। शिवसेना के मुखपत्र सामना में छपे एक लेख में डीआईजी सुनील पारसकर का बचाव करते हुए सवाल उठाया कि क्या रेप का आरोप फैशन हो गया है।
WD

सामना में छपे एक लेख के अनुसार महिलाएं छेड़खानी जैसे मामलों को खतरनाक हथियार समझती हैं। मुंबई में शक्ति मिल गैंगरेप हुआ था, जिसमें पीड़िता को जो दर्द हुआ उसने तुरंत पुलिस को बताया और पुलिस ने कार्रवाई कर सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया और कोर्ट ने उन्हें आजवीन कारावास की सजा भी सुनाई। लेकिन इस मामले में पीड़िता को 6 महीने बाद याद आया कि उसके साथ बलात्कार हुआ है।

लेख में कहा ‍गया है कि आखिरकार 6 महीने बाद कैसे किसी लड़की को याद आ सकता है कि उसके साथ बलात्कार हुआ है। लेख में लिखा है कि छेड़खानी और रेप का आरोप लगाकर सनसनी फैलाना अब फैशन हो गया है। एक मॉडल पुलिस में उत्तम सेवा देने वाले पारस्कर पर सीध रेप का आरोप लगाती है, और वो पुलिस अधिकारी खलनायक ठहराया जाता है।

लेख में आगे लिखा गया है कि चरित्र का हनन, बदनामी राजनीति और सरकार में बड़ा हथियार बन गए हैं। एक-दूसरे को रास्ते से हटाने के लिए इसका इस्तेमाल किया जा रहा है। कानून महिलाओं के साथ है लेकिन इसका ये मतलब नहीं है इसका गलत इस्तेमाल किया जाए।

वेबदुनिया पर पढ़ें