इराक और सीरिया में हैवानियत का प्रतीक आईएसआईएस (इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया) ने अब भारत में घुसपैठ शुरू कर दी है। सूत्रों के मुताबिक राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी ने कहा है कि आईएसआईएस आंतकवादी संगठन भारत में भी जाल फैला रहा है।
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खबरों की मानें तो आंतकी संगठन इराक और सीरिया में हजारों लोगों की हत्या करने के बाद अब भारत में अपना आंतकी जाल फैलाने के लिए केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक, महाराष्ट्र और जम्मू कश्मीर में रहने वाले गरीब मुसलमानों की भर्ती कर रहा है। सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक अब तक करीब 100 भारतीय 'आईएसआईएस' आंतकी संगठन में शामिल हो गए हैं। आंतकी संगठन गरीब मुसलमानों को ऑनलाइन वीडियोके जरिए आतंकी बनने के लिए प्रेरित कर रहा है।
सूत्रो ने बताया है राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) द्वारा वांछित इंडियन मुजाहिदीन का एक आंतकी 'आईएसआईएस' के लिए भर्ती का काम कर रहा है। और यह भर्तियां इराक और सीरिया में आंतकी गतिविधियां समाप्त होने के बाद भारत में आंतकी गतिविधियों को बढ़ाने के लिए की जा रही हैं। एनआईए 'आईएसआईएस' द्वारा देश में की जाने वाली आंतकी गतिविधियों पर एक फाईल तैयार कर रही है।
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आईएसआईएस आंतकी संगठन में भारतीय लोगों के शामिल होने का पता तब चला जब मुबंई कल्याण के लड़के इराक घूमने गए और गायब हो गए। इसी तरह से जम्मू-कश्मीर और तमिलनाडु राज्यों से कई युवक गायब हो गए, जिनमें से कई युवकों ने जाने से पहले अपने परिजनों को पत्र लिख कर इस्लाम को बचाने के लिए आंतकी संगठन में शामिल होने की बात कही।
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एनआईए के अनुसार इन भर्तियों को शुरू हुए करीब एक साल हो चुका है। आंतकी संगठनों में भारतीय लोगों के शामिल होने की जानकारी मिलने के बाद सुरक्षा एजेंसियों की नीद उड़ गई है, जिसके बाद से ये एजेंसियां काफी सतर्कता बरत रही हैं। खबरों के मुताबिक इसने अपनी वेबसाइट पर हिन्दी, तमिल और ऊर्दू सबटाइटल्स के साथ जिहाद के साहित्य पोस्ट किए हैं। इसके अलावा हिन्दी में भी जिहाद के साहित्य मौजूद हैं। (एजेंसियां)