नई दिल्ली। आगामी दिनों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपने मंत्रिमंडल का विस्तार कर सकते हैं। पहले जिन भाजपा नेताओं को उनके मंत्रिमंडल में स्थान नहीं मिल सका था वे इस दौर में स्थान पाने की उम्मीद कर सकते हैं। जानकार सूत्रों का कहना है कि जिन राज्यों से मंत्रिमंडल में प्रतिनिधित्व छूट गया है, उन्हें इसी या अगले सप्ताह मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है।
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सूत्र बताते हैं कि राजग के सहयोगी दलों ने भी कम स्थान मिलने पर असंतोष दर्शाया है जिसे दूर करने के लिए प्रतिनिधित्वविहीन राज्यों और सहयोगी दलों के नेताओं को मंत्रिमंडल में स्थान मिल सकता है।
डेली मेल ऑनलाइन में छपी एक खबर में बताया गया है कि प्रधानमंत्री और पार्टी के एजेंडे में कुछ राज्यों में नए राज्यपालों की नियुक्ति की जा सकती है और नए पार्टी प्रमुख की भी नियुक्त की जा सकती हैं। भाजपा नेतृत्व जल्द ही इसकी घोषणा कर सकता है।
भाजपा पार्टी प्रमुख के लिए जगत प्रकाश नड्डा और ओपी माथुर का नाम चर्चा में है, वहीं प्रधानमंत्री विश्वसनीय सहयोगी अमित शाह भी इस पद के दावेदार हो सकते हैं। सूत्रों का दावा है कि इस मुद्दे पर पार्टी नेतृत्व और आरएसएस के बीच कई बैठकें हो चुकी हैं। आगामी मंत्रिमंडल विस्तार में बीस से अधिक नए मंत्री शामिल किए जा सकते हैं।
अपना नाम ना बताए जाने की शर्त पर एक मंत्री का कहना है कि महाराष्ट्र और बिहार से अधिक मंत्री बनाए जा सकते हैं क्योंकि वहां कुछेक महीनों बाद ही विधानसभा चुनाव होने हैं। पार्टी बंगाल में अपनी संभावनाएं देख रही है। इनके अलावा झारखंड और छत्तीसगढ़ के नेताओं को भी अवसर मिल सकता है। उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में भाजपा को अच्छी सीटें मिली हैं।
पार्टी के अंदरूनी जानकारों का कहना है कि राजीव प्रताप रूड़ी, मुख्तार अब्बास नकवी, मुरली मनोहर जोशी और कुछेक अन्य को आगामी दिनों में महत्वूर्ण जिम्मेदारी दी जा सकती है। प्रधानमंत्री मोदी के करीब अरुण शौरी को भी कोई महत्वपूर्ण पद मिल सकता है। गोपीनाथ मुंडे की मौत के बाद मोदी महाराष्ट्र से किसी अन्य नेता को सरकार में शामिल कर सकते हैं। रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के नेता रामदास अठावले को भी महत्वपूर्ण स्थान मिल सकता है।
उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्र में इसी वर्ष विधानसभा चुनाव होना है और अठावले राजग को दलित वोटों को दिलाने में अहम साबित हो सकते हैं। सूत्रों का यह भी दावा है कि दिल्ली को नया उपराज्यपाल मिल सकता है और इस पद के लिए हरदीप पुरी और वरिष्ठ भाजपा नेता लालजी टंडन के नामों पर विचार किया जा रहा है। पीएमओ ने इस वर्ष के अंत तक रिटायर होने वालों राज्यपालों की सूची मांगी है। गृह मंत्रालय ने प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) को इस आशय की सूची सौंपी है।
यह माना जा रहा है कि आगामी दिनों में महाराष्ट्र, यूपी और बिहार जैसे राज्यों के राज्यपाल भी बदले जा सकते हैं। भाजपा के दिग्गज नेता मुरली मनोहर जोशी को महाराष्ट्र का राज्यपाल बनाया जा सकता है।