'हिन्दू परमाणु बम' से बदलेंगे भूगोल!

शनिवार, 27 दिसंबर 2008 (09:53 IST)
मानस

विहिप नेता प्रवीण तोगड़िया या शिवसेना के बाल ठाकरे के अलावा अमेरिका में बसे ऐसे महत्वाकांक्षी कट्टरपंथी हिन्दूवादी हैं, जो 'हिन्दू परमाणु बम' के बल पर पाकिस्तान सहित दुनिया के कई देशों की राजनीतिक दशा-दिशा बदलने का लक्ष्य तय करके बैठे हैं।

'भारतीय परमाणु हथियार सिद्धांत' के तहत सैकड़ों पृष्ठों की पुस्तकें लिख चुके कट्टर हिन्दूवादी कालकी गौर 'परमाणु राजनीति' से भारत का प्रधानमंत्री बनने और संभावित तीसरे विश्व युद्ध में अमेरिका तथा पश्चिमी देशों का साथ देकर विश्व का भूगोल बदलने का सपना देख रहे हैं।

कालकी गौर उन कट्टरपंथियों में से हैं, जो अमेरिका में रहकर चीन, खाड़ी देशों या उत्तरी अमेरिका में बदलाव पर कथित "भू-राजनीति" विशेषज्ञ के रूप में पुस्तकें तथा अन्य उत्तेजक सामग्री तैयार करते रहते हैं। वे भारत के कट्टरपंथी हिन्दू नेताओं के संपर्क में भी रहते हैं।

भाजपा गठबंधन सत्ताकाल में 1998 से 2004 के बीच भारत के शीर्षस्थ नेताओं के साथ अपने परमाणु सिद्धांतों को समझने में भी अहम भूमिका निभाते रहे। कालकी गौर ने सन्‌ 2000 में एक सवा दो सौ पृष्ठों की पांडुलिपि भाजपा के तत्कालीन सत्तारूढ़ नेताओं को भेंट की। बाद में यह पुस्तकाकार छपी।

कालकी गौर के परमाणु सिद्धां
* विश्व में धर्मों और सभ्यताओं के युद्ध में देशों का विभाजन, विलय तथा कई नए देशों का उदय होगा।

* आतंकवादियों के हाथों में परमाणु बम न पहुँचने का एकमात्र तरीका भारत, पाकिस्तान, ईरान तथा कजाकिस्तान को मिलकर चलना होगा।

* भारत कनाडा को भी "परमाणु छतरी" दे सकता है। इसी तरह तिब्बत को स्वतंत्र कराने में भारत को अहम भूमिका निभानी है।

* हिन्दू परमाणु बम के बल पर लैटिन अमेरिका, एशिया, अफ्रीकी देशों का भविष्य बनेगा-बिगड़ेगा। (नईदुनिया)

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