पश्चिम बंगाल के सत्तारुढ़ दल ने कहा कि यह एक ऐसा साझा कार्यक्रम है जो विपक्षी दलों को एकजुट करेगा। सबसे रोचक तो यह है कि बनर्जी ने बीजेपी की सहयोगी शिवसेना से भी इस प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा बनने की अपील की। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने पहले मांग की थी कि 2019 का चुनाव ईवीएम की जगह मतपत्र से कराया जाए।
कहा जा रहा है कि इनमें तृणमूल के अलावा कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी, आम आदमी पार्टी, वाईएसआर कांग्रेस, द्रमुक, जनता दल सेक्युलर, तेदेपा, भाकपा, माकपा और राष्ट्रीय जनता दल के नाम शामिल हैं।