यूपी में बाढ़ का कहर, मुंबई में सड़कों पर भरा पानी, जानिए कहां कैसा है मौसम?

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
गुरुवार, 18 जुलाई 2024 (12:35 IST)
weather update 18 july : उत्तरप्रदेश, महाराष्‍ट्र, कर्नाटक, राजस्थान समेत कई राज्यों में गुरुवार को भी भारी बारिश का दौर जारी रहा। लगातार बारिश की वजह से कई स्थानों पर नदियां उफान पर है। सड़कें भी तालाब की तरह पानी से लबालब है। तेज बारिश की वजह से लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
 
यूपी में 13 जिलों में बाढ़ का कहर : राहत आयुक्त कार्यालय द्वारा बुधवार को जारी रिपोर्ट के मुताबिक, राज्य के 13 जिले लखीमपुर खीरी, कुशीनगर, शाहजहांपुर, बाराबंकी, सिद्धार्थनगर, बलिया, गोरखपुर, उन्नाव, देवरिया, हरदोई, अयोध्या, बदायूं और महाराजगंज बाढ़ प्रभावित हैं। राप्ती नदी गोरखपुर में, बूढ़ी राप्ती नदी सिद्धार्थनगर में और कुआनो नदी गोंडा में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। बारिश से जुड़ी घटनाओं में मुरादाबाद और गोरखपुर में तीन-तीन, पीलीभीत, ललितपुर, गाजीपुर और एटा में एक-एक व्यक्ति की मौत हो गई।
 
मुंबई में भारी बारिश : मुंबई में गुरुवार तड़के से जारी भारी बारिश के कारण शहर के कुछ हिस्सों में जलभराव हो गया। लोगों ने गांधी मार्केट, दादर, हिंदमाता, परेल, अंधेरी सबवे और सायन जैसे निचले इलाकों में जलभराव की शिकायत की, जिससे यातायात धीमा पड़ गया। आईएमडी ने मुंबई में मध्यम से भारी बारिश होने का अनुमान जताया है। अरब सागर में सुबह 10.03 बजे 3.78 मीटर और रात 9.35 बजे 3.23 मीटर ऊंची लहरें उठेंगी। 
 
तटीय कर्नाटक में रेड अलर्ट :  दक्षिणी राज्यों में मानसून के सक्रिय होने और लगातार बारिश होने के बीच आईएमडी ने तटीय कर्नाटक के लिए ‘रेड अलर्ट’ की मियाद 18 जुलाई तक के लिए बढ़ा दी है। दक्षिण आंतरिक कर्नाटक में बारिश की तीव्रता कम हो गई है। आईएमडी ने इस क्षेत्र के लिए पूर्व में जारी ‘रेड अलर्ट’ को वापस ले लिया है लेकिन 20 जुलाई तक के लिए ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया है। बारिश की वजह से चिक्कमंगलुरु और हासन जिले भी बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। श्रृंगेरी में पार्किंग क्षेत्र और श्रृंगेरी मंदिर की ओर जाने वाली सड़कें अब भी जलमग्न हैं, जिससे श्रद्धालुओं के लिए मंदिर जाना असंभव हो गया है।
 
असम में घट रहा बाढ़ का पानी : असम में बाढ़ की स्थिति में बृहस्पतिवार को सुधार हुआ और राज्य के कई हिस्सों में जलस्तर घटने लगा। हालांकि 11 जिलों में साढ़े तीन लाख से अधिक लोग अब भी इस प्राकृतिक आपदा से प्रभावित हैं। ब्रह्मपुत्र नदी सहित प्रमुख नदियां विभिन्न स्थानों पर खतरे के स्तर से ऊपर बह रही हैं। धुबरी में सबसे अधिक लगभग 80 हजार लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। इसके बाद बाढ़ प्रभावित 77500 लोगों के साथ नागांव और 72 हजार लोगों के साथ कछार का स्थान है।
 
राजस्थान में मानसून सक्रिय : राजस्थान में मानसून सक्रिय है और बीते चौबीस घंटे में झालावाड़ जिले में कई जगह भारी बारिश दर्ज की गई। मौसम केंद्र जयपुर के अनुसार, गुरुवार को सुबह साढ़े आठ बजे तक बीते 24 घंटों में पूर्वी राजस्थान में कुछ स्थानों पर तथा पश्चिमी राजस्थान में कहीं कहीं पर बादलों की गरज के साथ हल्की से मध्यम वर्षा तथा झालावाड़ जिले में कहीं-कहीं भारी वर्षा दर्ज की गई है।
 
इस दौरान सबसे अधिक बारिश झालावाड़ के पिड़ावा में 75 मिलीमीटर और जैसलमेर के फतेहगढ़ में 43 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई।
Edited by : Nrapendra Gupta 

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