उन्होंने बताया कि लेहल को 20 माउंटेन डिवीजन की कमान 13 नवंबर 1970 को मिली थी। अधिकारियों ने कहा, 1971 के अभियान में हिल्ली और बोगरा में लड़ी गईं प्रसिद्ध लड़ाइयां पूर्वी मोर्चे पर निर्णायक लड़ाइयां थीं।उन्होंने कहा कि लेहल द्वारा पाकिस्तान की 16वीं इन्फैंट्री डिवीजन का समर्पण कराए जाने की घटना उनके नेतृत्व में पूर्वी मोर्चे पर 20 माउंटेन डिवीजन के शौर्य की गाथा बताती है।