भारत में बढ़ रही ‘बेवफाई’, डेटिंग ऐप के जरिए 20 लाख लोग कर रहे ‘एक्‍स्‍ट्रा मैरिटल’ अफेयर, महिलाओं को चाहिए रिश्‍तों में नयापन

दोस्‍ती, प्‍यार, शादी और फिर तलाक। यह आज के रिश्‍तों का सच है। इन टूटते रिश्‍तों के पीछे शादी में बोरियत, नीरसता और एक-दूसरे से ऊब वजह बनकर सामने आ रहे हैं। हालांकि यह वो दौर है जिसमें बोझिल रिश्‍तों को लोग जिंदगीभर ढोना नहीं चाहते हैं। अब इन दिनों रिश्‍तों में नयापन तलाशने के भी कई साधन सामने आ गए है। डेटिंग, हुकअप्‍स और वन नाइट स्‍टैंड। यह सब आज के रिश्‍तों के अलग- अलग एंगल्‍स हैं। तकनीक की वजह से जहां रिश्‍तों के लिए अब समय नहीं बचा है, वहीं इसी तकनीक की मदद से रिश्‍तों की नई परिभाषाएं भी सामने आ रही हैं।

फ्रांस का एक डेटिंग ऐप है, जिसका नाम है ग्‍लीडेन। यह खासतौर से एक्‍स्‍ट्रा मैरिटल डेटिंग ऐप (Extramarital Dating App) है। इस ऐप की रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें खुलासा हुआ है कि इस वक्‍त भारत के करीब 20 लाख लोग एक्सट्रा मैरिटल अफेयर कर रहे हैं। यह आंकड़े फ्रांस की एक्सट्रा मैरिटल डेटिंग ऐप Gleeden के ही हैं।
जानकारी के मुताबिक पिछले साल 2022 में इस ऐप के 10 मिलियन यानी 1 करोड़ यूजर पूरे हुए हैं। इन यूजर्स में से करीब 20 फीसदी भारतीय हैं। यानी करीब 20 लाख भारतीय इस ऐप पर डेटिंग कर रहे हैं।

किस प्रोफेशन के लोग कर रहे डेटिंग?
अब तक डेटिंग के लिए यह माना जाता रहा है कि नए जमाने या बैचलर्स लोग डेटिंग करते हैं। लेकिन Gleeden की रिपोर्ट से सामने आया है कि इस ऐप की मदद से डेट करने वालों में भारत के डॉक्‍टर्स, इंजीनियर्स और आईटी से जुडे लोग शामिल हैं। सबसे दिलचस्प है कि इनमें छोटे और बड़े शहरों के लोग भी शामिल हैं, जो एक्सट्रा मैरिटल डेटिंग (Extramarital Dating) कर रहे हैं।

किन शहरों के लोग शामिल?
Gleeden की रिपोर्ट के मुताबिक भारत के तकरीबन हर शहर के लोगों का इस ऐप में इन्‍वॉल्‍वमेंट है। इनमें मुंबई, बेंगलुरू, दिल्ली, कोलकाता जैसे बड़े शहरों के साथ ही इंदौर, भोपाल, पटना, मेरठ जैसे शहरों में भी लोग इसका इस्‍तेमाल कर रहे हैं। यहां तक कि साल 2019 में ग्‍लीडेन ऐप पर पुणे, हैदराबाद, चेन्नई, गुरुग्राम, अहमदाबाद, चंडीगढ़, लखनऊ, कोच्चि, नोएडा, गुवाहाटी, विशाखापट्टनम, नागपुर, सूरत और भुवनेश्वर के पुरुषों और महिलाओं ने भी पंजीयन किया था।

20 लाख में 40 प्रतिशत महिलाएं
इस ऐप के डेटा के अनुसार सबसे दिलचस्‍प बात है कि ग्‍लीडन ऐप पर दुनियाभर के यूजर्स में 20 प्रतिशत यूजर्स सिर्फ भारत से हैं, और इनमें से 40 फीसदी महिलाएं हैं। जो अपने रिश्‍तों में कुछ नयापन या एक्‍स्‍ट्रा मैरिटल अफेयर करना चाहती हैं। उम्र की बात करें तो ग्‍लीडन पर सभी उम्र की महिलाएं और पुरुष हैं। महिलाओं की उम्र का औसत 26 वर्ष है वहीं पुरुष की औसत उम्र 30 साल के करीब है। इन यूजर्स में भारत की हाउसवाइव्‍स भी हैं। दरअसल, ऐप में महिलाओं के लिए काफी सेफ्टी फीचर्स हैं, इसलिए महिलाएं इसका बेखौफ इस्‍तेमाल कर रही हैं।

बेंगलुरु सबसे बेवफा
रिश्‍तों में बेवफाई यानी एक्‍स्‍ट्रा मैरिटल अफेयर्स के मामले में बेंगलुरु नंबर एक पर है। रिपोर्ट बताती है कि ग्लीडेन पर बेंगलुरु यूजर्स हर दिन एवरेज डेढ़ घंटा बिता रहे हैं। ऐप पर पुरुष 24-30 साल की महिलाओं को तलाश रहे हैं, जबकि महिलाएं 31-40 की उम्र वाले पुरुषों को तलाशती हैं।

क्‍यों नयापन तलाश रहे लोग?
रिश्‍तों में अलग होने की बहुत सी वजहें सामने आ रही हैं। दरअसल, शादी में बोरियत, नीरसता और एक दूसरे से ऊब एक वजह सामने आई है। इसके साथ ही अटेंशन नहीं देना, अकेलापन, बच्चे की जिम्मेदारी को संभालने के लिए विवाद और भावनात्‍मक अलगाव के साथ ही शारीरिक असंतुष्‍टि भी कारण है।

क्‍या कहते हैं मनोचिकित्‍सक
आर्थिक स्‍वतंत्रता के दौर में बदलते परिदृश्‍य में हम स्‍त्री को पुरुष बनते देखेंगे। स्‍त्री द्वारा पुरुष के आचरण अपनाने को नारीवाद भी समझा जा रहा है। इंटरनेट बढ़ती व्‍यस्‍तता, न्‍यूक्‍लियर फैमिली, रिश्‍ते निभाने की डिटरमिनेशन के अभाव ऐसी परिस्‍थितियों को जन्‍म दे रही हैं। जबकि स्‍वस्‍थ तरीके से उलझनों को सुलझाना हमारे समाज ने स्‍वीकार नहीं किया है।- मनोचिकित्‍सक, डॉ सत्‍यकांत त्रिवेदी, भोपाल।

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