नई दिल्ली। सूडान (Sudan Conflict) में चल रहे सेना और अर्द्धसैनिक बलों के संघर्ष में फिलहाल विराम नजर नहीं आ रहा है। ऐसे में भारत 'ऑपरेशन कावेरी' (Operation Cauvery)के तहत सूडान में फंसे अपने नागरिकों की सकुशल वापसी में जुटा है। भारत के मित्र देश मिस्र और फ्रांस समेत अन्य देश भी मदद को आगे आए हैं। इस अभियान के तहत 278 लोग जेद्दाह रवाना हो गए हैं।
हिंसाग्रस्त सूडान से निकासी अभियान के तहत कुछ भारतीय नागरिकों समेत 28 देशों के सिटीजंस को सकुशल बाहर निकालाने काम फ्रांस ने भी किया है, वहीं अब भारत ने भी ऑपरेशन कावेरी (Operation Kaveri) के तहत सूडान में फंसे लोगों के पहले जत्थे को रवाना किया है। पहले जत्थे में 278 लोग हैं, जो कि सूडान पोर्ट से जेद्दाह के लिए आईएनएस सुमेधा में सवार होकर रवाना हो गए हैं।
भारत के विदेश मंत्रालय के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी गई कि आईएनएस सुमेधा से 278 लोगों को सूडान पोर्ट से जेद्दाह के लिए रवाना कर दिया गया है। यह सभी भारतीय सूडान में फंसे हुए थे।
शुक्रवार को एक उच्च स्तरीय बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सूडान से 3,000 से अधिक भारतीयों को सुरक्षित रूप से निकालने की आकस्मिक योजनाओं की तैयारी के लिए निर्देश दिए थे। गुरुवार को विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस के साथ सूडान में स्थिति पर चर्चा की थी।(फ़ाइल चित्र)