कैसे हुआ हादसा : सारिका के दादा हरिनारायण ने बताया कि सारिका की मां हेमलता ने दूध उबालकर बर्तन चूल्हे के पास रख दिया था तभी छत पर एक बिल्ली आ गई। बिल्ली को देखकर सारिका पीछे मुड़ी और भागने लगी जिससे वह गर्म दूध के बर्तन से टकरकर उसमें गिर गई। परिजन उसे कामां के सरकारी अस्पताल ले गए, जहां से उसे भरतपुर के आरबीएम अस्पताल ले जाया गया और फिर वहां से जयपुर रेफर कर दिया गया।