Monsoon Session: कांग्रेस के 4 सांसदों को पूरे सत्र के लिए किया गया निलंबित, लोकसभा में महंगाई को लेकर किया था प्रदर्शन

सोमवार, 25 जुलाई 2022 (16:20 IST)
नई दिल्ली। लोकसभा में संसद के मानसून सत्र में विपक्ष ने जोरदार हंगामा किया। लोकसभा में महंगाई के मुद्दे पर विरोध कर रहे विपक्षी सांसदों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। इस बीच लोकसभा स्पीकर ने 4 सांसदों को पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया। लोकसभा की कार्यवाही 26 जुलाई सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। कांग्रेस ने कहा कि हमारे सांसदों को निलंबित कर सरकार हमें डराने की कोशिश कर रही है, वे उन मुद्दों को उठाने की कोशिश कर रहे थे, जो लोगों के लिए मायने रखते हैं
 
लोकसभा में कार्रवाई शुरू होते ही विपक्ष ने महंगाई के मुद्दे को लेकर घेराव किया। स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि मैं सदस्यों से सदन में पोस्टर नहीं लाने का आग्रह करता हूं। 

बिरला ने कहा कि सरकार चर्चा के लिए तैयार है। स्पीकर ने कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर,  राम्या हरिदास, ज्योतिमणि और टीएन प्रतापन को पूरे मानसून सत्र के लिए निलंबित कर दिया। विपक्ष का हंगामा देखते हुए दो बार कार्रवाई स्थगित करना पड़ी।

लोकसभा में विभिन्न मुद्दों पर हंगामे के दौरान तख्तियां दिखाकर प्रदर्शन करने और आसन की अवमानना करने के मामले में सोमवार को कांग्रेस के 4 सदस्यों को चालू सत्र की शेष अवधि के लिए सदन की कार्यवाही से निलंबित कर दिया गया।
 
पीठासीन सभापति राजेंद्र अग्रवाल ने सदन में आसन के प्राधिकारों की उपेक्षा करने के मामले में कांग्रेस सदस्यों मणिकम टैगोर, टी एन प्रतापन, जोतिमणि और राम्या हरिदास को संसद के मॉनसून सत्र की शेष अवधि के लिए सभा की सेवा से निलंबित करने की घोषणा की।

संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने प्रस्ताव रखा कि इन चार सदस्यों के सदन की गरिमा के प्रतिकूल आचरण को देखते हुए इन्हें चालू सत्र की शेष अवधि के लिए कार्यवाही से निलंबित किया जाए।
 
इससे पहले पीठासीन सभापति अग्रवाल ने कहा कि कुछ सदस्य निरंतर तख्तियां आसन के सामने दिखा रहे हैं जो सदन की मर्यादा के अनुकूल नहीं है। उन्होंने कहा कि लोकसभा अध्यक्ष ने भी इस संबंध में सदस्यों को चेतावनी दी थी।
 
अग्रवाल ने कहा कि आसन के पास इन सदस्यों के नाम लेने के अलावा कोई विकल्प नहीं होगा। उन्होंने कहा कि सदस्य कृपया इस चेतावनी का ध्यान रखें और किसी तरह की तख्ती नहीं दिखाएं।
 
इसके बाद उन्होंने कहा कि मैं नियम 374 के तहत हठ पूर्वक और जानबूझकर लगातार सभा की कार्यवाही में बाधा डालकर अध्यक्षीय पीठ के प्राधिकार की उपेक्षा करने और सभा के नियमों का दुरुपयोग करने के लिए आप सभी का नाम लेता हूं। अग्रवाल ने इसके बाद कांग्रेस के चारों सदस्यों को सदन की कार्यवाही से निलंबित किये जाने की घोषणा की।

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