-रामविलास पासवान हवा का रुख भाप लेते थे। उन्हें जनता की नब्ज को समझने में भी महारत हासिल थी। 51 साल के राजनीतिक सफर में नेताओं के साथ ही लोगों के भी चहेते ही बने रहे। रामविलास पासवान अक्सर कहते थे कि नेता वही हैं, जो 10 साल आगे की सोचता है।
-पासवान राष्ट्रीय स्तर पर दलित राजनीति के सबसे बड़े चेहरे थे। वे दलितों को संविधान और कानून में दिए गए अधिकारों की रक्षा के लिए हमेशा खड़े रहते थे। पासवान ने दलितों, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों के उत्थान के लिए सदैव कार्य करते रहे।
-रामविलास पासवान ने श्रम, रेल, संचार, खदान, रसायन और उर्वरक, उपभोक्ता व खाद्य जैसे मंत्रालयों की जिम्मेदारी संभाली। उन्हें पता था कि अधिकारियों से काम कैसे कराया जाता है।