नई दिल्ली। सरकार ने गुरुवार को बताया कि पिछले वर्ष घरेलू विमानन कंपनियों को हवाई जहाजों के परिचालन संबंधी तकनीकी खराबी की 546 घटनाओं का सामना करना पड़ा। लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में नागर विमानन राज्य मंत्री वीके सिंह ने यह जानकारी दी। एयर एशिया में 8, एलायंस एयर में 3, फ्लाई बिग में 1, ट्रू जेट में 1 और ब्लू डार्ट एविएशन में 1 घटनाएं दर्ज हुईं।
उन्होंने बताया कि तकनीकी खराबी की इन घटनाओं में इंडिगो को 215 मामलों, स्पाइसजेट को 143 मामलों और विस्तारा को 97 घटनाओं का सामना करना पड़ा। नागर विमानन मंत्रालय द्वारा निचले सदन में पेश आंकड़ों के मुताबिक एयर इंडिया को ऐसी 64 घटनाओं, गो फर्स्ट और अकासा को क्रमश: 7 और 6 घटनाओं का सामना करना पड़ा।
वर्ष 2022 में दर्ज तकनीकी खराबी के मामलों में एयर एशिया में 8, एलायंस एयर में 3, फ्लाई बिग में 1, ट्रू जेट में 1 और ब्लू डार्ट एविएशन में 1 घटनाएं दर्ज की गई। इसमें कहा गया है कि पिछले 2 वर्ष में विमानन कंपनियों को तकनीकी खराबी की 1,090 घटनाओं का सामना करना पड़ा।(भाषा)