आम आदमी पार्टी लगातार चौथे दिन दिल्ली सरकार धरने बैठी हुई है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनके कुछ अन्य साथी दिल्ली उपराज्यपाल अनिल बैजल के दफ्तर लगातार चौथे दिन डेरा जमाए हुए हैं। दिल्ली मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनका मंत्रिमंडल अपनी मागों को मनवाने के लिए सभी मुमकिन प्रयास कर रहा है।
अरविंद केजरीवाल ने अपने पत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी इस बात की विनती की है कि वे दिल्ली में हो रही आईएएस अफसरों की हड़ताल को रुकवा दें और इस मामले में आगे कुछ कार्रवाई करें। दिल्ली उपराज्यपाल इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं।
पिछले चार महीने से चल रही आईएएस अफसरों की हड़ताल के कारण दिल्ली में कई प्रशासनिक सेवाओं पर असर पड़ रहा है। आईएएस अफसरों की हड़ताल के कारण दिल्ली के प्रशासनिक कार्यों में बहुत परेशानियां आ रही हैं और जनता काफी मुश्किलें बढ़ती जा रही है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का कहना कि दिल्ली में मोहल्ला क्लिनिक, मानसून से पहले नालों की सफाई, प्रदूषण की स्थिति की जांच, पानी, स्कूल, आदि सभी कार्यों में आईएएस अफसरों की हड़ताल की वजह से देरी हो रही है।
दिल्ली में उत्पन्न इस स्थिति के कारण बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और कई अन्य नेता भी केजरीवाल का समर्थन कर रहे हैं। केजरीवाल का कहना है कि वे जनता की भलाई के लिए बैठे हैं ताकि उन्हें किसी परेशानी का सामना न करना पड़े।
भाजपा और कांग्रेस आप के इस धरने को ड्रामा बता रहे हैं। केजरीवाल सरकार इसे जनता की भलाई का कदम बता रही है। भाजपा और कांग्रेस का कहना सब आम आदमी पार्टी अपनी खामियों को छुपाने के लिए जनता का ध्यान दूसरी तरफ मोड़ने के लिए कर रही है। देखना होगा कि आप सरकार की यह धरना रणनीति इस बार उनके लिए काम करेगी या नहीं? और दिल्ली की जनता को इन धरना-प्रदर्शनों का कितना लाभ मिलता है।