केजरीवाल ने अपने एक घंटे लंबे संबोधन में भूषण और यादव पर आरोप लगाया कि ये दोनों नेता दिल्ली विधानसभा चुनाव में आप को हराने का प्रयास कर रहे थे। दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि पार्टी में जो हो रहा था, उसको लेकर वे दुखी थे और उन्होंने इससे दूर रहने का फैसला किया।
पार्टी के एक वरिष्ठ नेता के मुताबिक केजरीवाल ने कहा, अगर पार्टी फैसला करती है तो मैं इस्तीफा दूंगा और सभी पदों को त्याग दूंगा। अब यह आपको (राष्ट्रीय परिषद) तय करना है कि आप मुझे चाहते हैं या उन लोगों को। केजरीवाल ने कहा कि जब पार्टी का एक धड़ा जीत के लिए काम कर रहा था तो दूसरा धड़ा हार के लिए षड्यंत्र रच रहा था।