कुमार विश्वास बोले, मेरी कोई महत्वाकांक्षा नहीं...

मंगलवार, 2 मई 2017 (23:41 IST)
नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (आप) के वरिष्ठ नेता कुमार विश्वास और ओखला विधायक अमानतुल्लाह खान के बीच बढ़ते टकराव के बाद विश्वास ने मंगलवार को कहा कि उनकी मुख्यमंत्री या संयोजक बनने की कोई महत्वाकांक्षा नहीं है। अपने प्रतिद्वंद्वियों को एक मजबूत संदेश देते हुए विश्वास ने कहा कि वे उन्हें अपनी  छवि धूमिल करने की अनुमति नहीं देंगे।
 
विश्वास ने विधायक के खिलाफ पार्टी की निष्क्रियता पर निराशा व्यक्त करते हुए कहा, दो-तीन दिन पहले, एक विधायक (अमानतुल्लाह खान) ने दावा किया है कि मैं भाजपा का एजेंट हूं। मुझे लगता है कि अगर वे अरविंद केजरीवाल या मनीष सिसोदिया के खिलाफ ऐसे आरोप लगाते तो 10 मिनट के भीतर उन्‍हें पार्टी से निष्कासित कर दिया जाता। 
 
उन्‍होंने केजरीवाल का स्थान लेने का प्रयास करने संबंधी आरोपों पर अपना रुख साफ करते हुए कहा, मैंने उन्हें (केजरीवाल, सिसोदिया) और पार्टी को बता दिया है कि मैं मुख्यमंत्री या उप मुख्यमंत्री या संयोजक नहीं बनना चाहता हूं और न ही किसी राजनीतिक दल में शामिल होऊंगा। अपने प्रतिद्वंद्वियों को एक मजबूत संदेश देते हुए विश्वास ने कहा कि वे उन्हें अपनी  छवि  धूमिल करने की अनुमति नहीं देंगे।
 
गौरतलब है कि पार्टी के ओखला विधायक ने  देर रात देर रात पार्टी की राजनीतिक मामलों की समिति (पीएसी) से इस्तीफा दे दिया था, जबकि पार्टी ने दावा किया कि उन्होंने केजरीवाल की अध्यक्षता वाली पीएसी की बैठक में अपना इस्तीफा दिया है।
 
आप विधायक ने कहा, मैंने पीएसी पद से इस्तीफा दे दिया है। मैं अपने शब्दों पर कायम  हूं। विश्वास  भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के लिए काम कर रहे हैं। मैंने केजरीवाल को इस मामले से अवगत करा दिया है लेकिन उन्होंने मेरी बात नहीं सुनी और उन्हें जल्दी ही सच्चाई का एहसास होगा। इस बीच केजरीवाल और विश्वास के बीच मतभेद संबंधी रिपोर्टों के बीच आप संयोजक ने उन्हें अपने 'छोटे भाई' के रूप में बताया था।
 
विश्वास ने पिछले कुछ दिनों में यह बात काफी जोरशोर से उठाई है कि पार्टी अपने कार्यकर्ताओं से कटती जा रही है एमसीडी चुनावों में आप के खराब प्रदर्शन के बाद भी उनकी प्रतिक्रियाएं आईं थीं।
इस बीच, दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने विश्वास के इन बयानों पर काफी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि अगर उन्हें कोई समस्या थी तो वे पार्टी के भीतर उचित मंच पर अपनी बात रखते और इन्हें सबके सामने नहीं कहना चाहिए था। 
 
खबरों के मुताबिक, मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल कुमार विश्‍वास से मिलने रात को उनके घर पहुंचे और उनसे मुलाकात की। कुमार से मिलने के बाद केजरीवाल बोले, हम उन्‍हें मना लेंगे। उन्होंने कहा, कुमार हमारे आंदोलन का अभिन्‍न अंग हैं। बाद में कुमार विश्‍वास को अरविंद केजरीवाल अपने साथ ले गए। (वेबदुनिया/ एजेंसी)

वेबदुनिया पर पढ़ें