'अफवाहों पर न दें ध्यान', मुर्शिदाबाद हिंसा को लेकर सामने आया ममता के भतीजे का बयान, BJP पर लगाया बड़ा आरोप

वेबदुनिया न्यूज डेस्क

शनिवार, 12 अप्रैल 2025 (20:45 IST)
Murshidabad violence case : तृणमूल कांग्रेस (TMC) के वरिष्ठ नेता अभिषेक बनर्जी ने शनिवार को आरोप लगाया कि विपक्षी ताकतों का एक वर्ग लोकतांत्रिक तरीके से सत्ता हासिल करने में विफल रहने के बाद पश्चिम बंगाल में अशांति फैलाने की कोशिश कर रहा है। बनर्जी ने कहा, आदतन झूठ बोलने वाले लोग झूठ फैलाते रहेंगे, वे कभी भी लोगों के पक्ष में नहीं हो सकते। सच्चे जनप्रतिनिधियों का काम लोगों के पक्ष में होना है। हम उनकी साजिश को नाकाम कर देंगे। हम सभी को सतर्क और जागरूक रहना चाहिए। मुर्शिदाबाद में अर्धसैनिक बल की 16 कंपनियां भेजी गईं। 
 
कोलकाता के उत्तरी उपनगर सोदपुर में जगन्नाथ गुप्ता आयुर्विज्ञान संस्थान एवं अस्पताल के उद्घाटन के अवसर पर अभिषेक ने कहा कि कुछ समूह सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस को सत्ता से हटाने में राजनीतिक रूप से विफल होने के बाद समुदायों के बीच मतभेद पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं।
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उन्होंने निजी स्वास्थ्य सेवा केंद्र के उद्घाटन के अवसर पर कहा, ममता बनर्जी के नेतृत्व में बंगाल में विकास की पहल को पटरी से उतारने में विफल रहने के बाद, ये लोग अब अशांति फैलाने के लिए शैतानी खेल खेल रहे हैं। वे नहीं चाहते कि सांप्रदायिक सद्भाव कायम रहे। वे नहीं चाहते कि हमारे राज्य में शांतिपूर्ण कानून और व्यवस्था की स्थिति बनी रहे। हमें ऐसे षड्यंत्रकारियों से सावधान रहना चाहिए।
 
तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव ने कहा, आदतन झूठ बोलने वाले लोग झूठ फैलाते रहेंगे, वे कभी भी लोगों के पक्ष में नहीं हो सकते। सच्चे जनप्रतिनिधियों का काम लोगों के पक्ष में होना है। हम उनकी साजिश को नाकाम कर देंगे। हम सभी को सतर्क और जागरूक रहना चाहिए।
 
उन्होंने कहा, पिछले लोकसभा चुनाव में मैं डायमंड हार्बर सीट से सात लाख वोट के बड़े अंतर से निर्वाचित हुआ था। चुनावी तौर पर हमसे मुकाबला करने में नाकाम रहने के बाद, वे बंगाल में आग भड़काने की साजिश रच रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए अभिषेक ने उस पर बंगाल के निवासियों के लिए निर्धारित कल्याण निधि को जानबूझकर रोकने का आरोप लगाया।
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उन्होंने आरोप लगाया, केंद्र की भाजपा सरकार 59 लाख मनरेगा लाभार्थियों को उनका बकाया आवंटित न करके उनके खिलाफ साजिश कर रही है। वे लोगों को भूखे मारना चाहते हैं। उन्होंने आवास योजना की राशि को भी रोक दिया, जिससे हजारों लाभार्थी प्रभावित हुए।
 
एसएससी भर्ती परीक्षा-2016 में उत्तीर्ण 26,000 शिक्षण-गैर-शिक्षण कर्मचारियों की नौकरी को अमान्य करने के उच्चतम न्यायालय के आदेश के बारे में उन्होंने कहा, हम शीर्ष अदालत के फैसले का सम्मान करते हैं। हालांकि हमें यह टिप्पणी करने का अधिकार है कि आदेश ने हजारों योग्य उम्मीदवारों को कैसे प्रभावित किया।
 
अभिषेक बनर्जी के हवाले से तृणमूल कांग्रेस ने बाद में अपने ‘एक्स’ हैंडल पर पोस्ट किया, भाजपा और माकपा की पश्चिम बंगाल इकाइयां राज्य को अराजकता और अराजकता में डुबाने की साजिश कर रही हैं। वे चाहते हैं कि नफरत की लपटें राज्य को अपनी चपेट में ले लें। लेकिन यह बता दें कि हम पूरी ताकत से लड़ने के लिए तैयार हैं। हम कोई नुकसान नहीं होने देंगे। पोस्ट के साथ भाषण का एक वीडियो भी संलग्न किया गया।
 
शुभेंदु अधिकारी ने की रेलवे संपत्ति को नुकसान पहुंचाने की जांच एनआईए को सौंपने की मांग : पश्चिम बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने वक्फ (संशोधन) अधिनियम का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों द्वारा रेलवे संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और तोड़फोड़ किए जाने की जांच शनिवार को राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) को सौंपने की मांग की।
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रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव को पत्र लिखकर भाजपा नेता अधिकारी ने उनका ध्यान वक्फ (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ हिंसक विरोध प्रदर्शन के दौरान मुर्शिदाबाद जिले में विभिन्न रेलवे स्टेशनों पर की गई तोड़फोड़ की ओर आकृष्ट किया है। अधिकारी ने पत्र में कहा, मैं विनम्रतापूर्वक अनुरोध करता हूं कि तोड़फोड़ की इन घटनाओं की जांच एनआईए को सौंपी जाए।
 
उन्होंने लिखा कि हिंसक विरोध प्रदर्शनों की संवेदनशील प्रकृति तथा मुर्शिदाबाद जिले के बांग्लादेश सीमा से सटे होने के तथ्य को ध्यान में रखते हुए एनआईए ऐसी हिंसा की जांच करने के लिए बिल्कुल उपयुक्त है। अधिकारी ने पत्र में लिखा, इस तरह के कदम से, पर्दे के पीछे से साजिश रचने वाले षड्यंत्रकर्ताओं के असली चेहरे उजागर करने, अपराधियों की पहचान करने तथा भविष्य की घटनाओं के बारे में अंदाजा लगाने में मदद मिलेगी।
 
पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में धुलियानडांगा-निमतिता स्टेशनों के बीच लोगों के एक बड़े समूह द्वारा व्यवधान पैदा करने और तोड़फोड़ करने के कारण शुक्रवार को पूर्वी रेलवे के न्यू फरक्का-अजीमगंज खंड पर लगभग छह घंटे तक ट्रेन सेवाएं बाधित रही थीं।
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पश्चिम बंगाल के पुलिस महानिदेशक राजीव कुमार ने शनिवार को कहा कि किसी भी प्रकार की गुंडागर्दी बर्दाश्त नहीं की जाएगी और अशांति पैदा करने के किसी भी प्रयास से सख्ती से निपटा जाएगा। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) जावेद शमीम ने बताया कि अब तक 118 गिरफ्तारियां की गई हैं और मुर्शिदाबाद जिले में कुछ स्थानों पर भड़की हिंसा से निपटने के लिए पुलिस ने चार गोलियां चलाईं, जिसमें दो लोग घायल हुए हैं।
 
भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने आरोप लगाया कि प्रदर्शनकारियों द्वारा एक विशेष समुदाय को निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रभावित क्षेत्रों में इंटरनेट और अन्य संचार प्रणालियां बंद कर दी गई हैं, जिससे हिंसा पीड़ितों के पास अपनी समस्या बताने का कोई माध्यम नहीं है।
 
उन्होंने वक्फ (संशोधन) अधिनियम के विरोध तथा एक विशेष वर्ग के लोगों के घरों, वाहनों और दुकानों को निशाना बनाए जाने के बीच संबंध पर सवाल उठाया। केंद्रीय शिक्षा राज्यमंत्री मजूमदार ने ‘एक्स’ पर लिखा, हमें संदेह है कि एक प्रमुख कट्टरपंथी आतंकवादी संगठन पर्दे के पीछे से इसे भड़का रहा है।
 
पूर्व प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के महासचिव अभिषेक बनर्जी पर निशाना साधते हुए सवाल किया कि वह मुर्शिदाबाद की हिंसा के बारे में क्यों कुछ नहीं बोल रहे हैं। घोष ने कहा, अभिषेक बनर्जी ने कहा था कि जो लोग अस्पतालों, वाहनों और पुलिस चौकियों में तोड़फोड़ करते हैं, उनके सिर में गोली मार देनी चाहिए। ऐसे पुलिस अधिकारी कहां हैं, उन्हें अब स्थिति को नियंत्रित करने के लिए मुर्शिदाबाद भेजा जाना चाहिए।
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तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य डेरेक ओ ब्रायन ने भाजपा पर रात के अंधेरे में संसद में वक्फ विधेयक पारित करने के बाद विभिन्न राज्यों में सांप्रदायिकता की आग भड़काने का आरोप लगाया। उन्होंने अपने ‘एक्स’ हैंडल पर लिखा, यह भाजपा-आरएसएस की खास चाल है।
 
ममता बनर्जी ने कहा- पश्चिम बंगाल में वक्फ (संशोधन) अधिनियम लागू नहीं किया जाएगा : पश्चिम बंगाल खासतौर पर मुस्लिम बहुल मुर्शिदाबाद जिले में हिंसक विरोध प्रदर्शनों के बीच मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को कहा कि वक्फ (संशोधन) अधिनियम राज्य में लागू नहीं किया जाएगा। पुलिस के अनुसार, जिले में शुक्रवार को भड़की हिंसा के सिलसिले में अब तक 118 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
 
मुख्यमंत्री ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, याद रखें, हमने वह कानून नहीं बनाया, जिस पर बहुत से लोग भड़के हुए हैं। यह कानून केंद्र सरकार ने बनाया है। इसलिए आप जो जवाब चाहते हैं, वह केंद्र सरकार से मांगना चाहिए। उन्होंने पूछा, हमने इस मामले में अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी है- हम इस कानून का समर्थन नहीं करते। यह कानून हमारे राज्य में लागू नहीं होगा। तो दंगा किसलिए।
 
उनकी टिप्पणी मुर्शिदाबाद के शमशेरगंज के धुलियान से ताजा हिंसा की सूचना के बाद आई, जहां एक व्यक्ति को गोली मार दी गई। कोलकाता में एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए, अपर पुलिस महानिदेशक (कानून और व्यवस्था) जावेद शमीम ने कहा कि घटना का विवरण अभी उपलब्ध नहीं है।
 
उन्होंने कहा कि स्थानीय पुलिस गोलीबारी की इस घटना में शामिल नहीं रही होगी और संभवतः सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की ओर से यह कार्रवाई की गई होगी। उन्होंने कहा, यह शुरुआती जानकारी है जिसकी हमें दोबारा जांच करने की जरूरत है। शमीम ने कहा कि घायल व्यक्ति को अस्पताल में भर्ती कराया गया है और वह खतरे से बाहर है। शमीम ने कहा कि शुक्रवार को जिले में हिंसा को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने चार राउंड गोलीबारी की।
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उन्होंने कहा, उस गोलीबारी में दो लोग घायल हो गए और उनका उपचार किया जा रहा है। शुक्रवार को नए कानून के विरोध में मालदा, मुर्शिदाबाद, दक्षिण 24 परगना और हुगली जिलों में हिंसा भड़क गई और इस दौरान पुलिस वैन सहित कई वाहनों में आगजनी की गई, सुरक्षाबलों पर पत्थर फेंके गए और सड़कें जाम कर दी गईं।
 
पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) राजीव कुमार ने कहा कि हिंसा में संलिप्त लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और पुलिसकर्मी बेगुनाह जनता और उनकी संपत्ति की सुरक्षा के लिए हर संभव प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा, इस (शनिवार) सुबह हुई घटना संभवत: विभिन्न हलकों से फैलाई जा रही बेबुनियाद अफवाहों के कारण हुई होगी। मैं लोगों से आग्रह करता हूं कि वे ऐसे उकसावे पर ध्यान न दें।
 
उन्होंने कहा, यह अच्छाई और बुराई के बीच की लड़ाई है। अफवाहों को फैलाना बंद करना होगा। हम लोगों से अनुरोध करेंगे कि वे कानून को अपने हाथ में न लें। हम उन्हें आश्वासन देते हैं कि पुलिस दोषियों के खिलाफ सख्त कदम उठाएगी और आम लोगों की जानमाल की रक्षा करेगी। मुख्यमंत्री ने लोगों से शांत रहने और उकसावे में न आने का आग्रह किया।
 
मुख्यमंत्री ने कहा, सभी धर्मों के लोगों से मेरी विनम्र अपील है कि कृपया शांत रहें, संयमित रहें। धर्म के नाम पर किसी भी अधार्मिक गतिविधि में शामिल न हों। हर इंसान की जान कीमती है; राजनीति के लिए दंगे न भड़काएं। जो लोग दंगे भड़का रहे हैं, वे समाज को नुकसान पहुंचा रहे हैं।
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उन्होंने कहा, हम किसी भी हिंसक गतिविधि का समर्थन नहीं करते। कुछ राजनीतिक दल राजनीतिक लाभ के लिए धर्म का दुरुपयोग करने की कोशिश कर रहे हैं। उनके बहकावे में न आएं। उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि धर्म का मतलब मानवता, सद्भावना, सभ्यता और सद्भाव है। मैं सभी से शांति और सद्भाव बनाए रखने की अपील करती हूं। (इनपुट भाषा)
Edited By : Chetan Gour

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