प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इसरो की सफलता की सराहना करते हुए कहा कि भारत ने एक और उपलब्धि हासिल की है। भारत की पहली सौर वेधशाला आदित्य-एल1 अपने गंतव्य तक पहुंची। यह सबसे जटिल और पेचीदा अंतरिक्ष अभियानों को साकार करने में हमारे वैज्ञानिकों के अथक समर्पण का प्रमाण है। हम मानवता के भले के लिए विज्ञान की नई सीमाओं को आगे बढ़ाना जारी रखेंगे।
एल 1 पाइंट पृथ्वी और सूर्य के बीच की कुल दूरी का लगभग 1 प्रतिशत है। 'लैग्रेंज पाइंट' वह क्षेत्र है, जहां पृथ्वी और सूर्य के बीच गुरुत्वाकर्षण निष्क्रिय हो जाएगा। हेलो कक्षा, एल 1 , एल 2 या एल 3 लैग्रेंज प्वॉइंट में से एक के पास एक आवधिक, त्रि-आयामी कक्षा है।