Aditya Thackeray made this claim about BJP in Lok Sabha elections : शिवसेना (यूबीटी) के नेता आदित्य ठाकरे ने सोमवार को दावा किया कि यदि हाल में संपन्न लोकसभा चुनाव स्वतंत्र एवं निष्पक्ष तरीके से होते तो भारतीय जनता पार्टी केवल 40 सीटें ही जीत पाती। ठाकरे ने मुंबई उत्तर-पश्चिम लोकसभा सीट के परिणाम को भी धोखाधड़ी करार दिया।
ठाकरे ने मुंबई उत्तर-पश्चिम लोकसभा सीट के परिणाम को भी धोखाधड़ी करार दिया, जहां शिवसेना (यूबीटी) के उम्मीदवार अमोल कीर्तिकर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना के रवींद्र वायकर से 48 मतों से हार गए। विधायक ने दावा किया, सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग करके हमारी जीत छीन ली गई।
ठाकरे ने कहा कि उनकी पार्टी इस चुनावी गड़बड़ी के संबंध में कानूनी सहारा लेगी और मुंबई उत्तर-पश्चिम सीट के चुनाव परिणाम को चुनौती देने वाली याचिका के साथ एक या दो दिन में अदालत का रुख करेगी। उन्होंने कहा, चुनाव प्रक्रिया और इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) पर बहस जारी है। मैं पहले ही कह चुका हूं कि निर्वाचन आयोग पूरी तरह से समझौतावादी आयोग है।
सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग करके हमारी जीत छीन ली : उन्होंने दावा किया, अगर चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष तरीके से होते तो भाजपा 240 नहीं बल्कि केवल 40 सीटें जीतती। ठाकरे ने कहा, सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग करके हमारी जीत छीन ली गई। हम मुंबई उत्तर-पश्चिम लोकसभा सीट के परिणाम को चुनौती देते हुए न्यायालय में चुनाव याचिका दायर करेंगे।
ठाकरे ने कहा कि उनकी पार्टी को उम्मीद है कि निर्वाचन आयोग स्वतः संज्ञान लेकर कार्रवाई करेगा अन्यथा वे कानूनी लड़ाई लड़ेंगे और जीतेंगे। शिवसेना (यूबीटी) के नेता एवं राज्य के पूर्व मंत्री अनिल परब ने भी कहा कि भारत के निर्वाचन आयोग को उपलब्ध जानकारी के आधार पर स्वतः संज्ञान लेकर कार्रवाई करनी चाहिए और कीर्तिकर को विजेता घोषित करना चाहिए।
हम एक-दो दिन में अदालत का रुख करेंगे : परब ने कहा, घोषित चुनाव परिणाम संदिग्ध हैं। हम जनप्रतिनिधित्व अधिनियम के तहत सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग के लिए कानूनी रास्ता अपना रहे हैं। हम एक-दो दिन में अदालत का रुख करेंगे। परब ने कहा, हमें संदेह है कि मोबाइल फोन (जांच के दौरान जब्त किया गया) बदल दिया गया होगा।
परब ने कहा कि मुंबई उत्तर पश्चिम सीट के लिए मतगणना प्रक्रिया 19वें राउंड तक ठीक थी, लेकिन उसके बाद कोई पारदर्शिता नहीं रही। उन्होंने कहा, 19वें राउंड तक हमारे मत विपक्षी उम्मीदवार से 650 अधिक थे। परब ने यह भी दावा किया कि कई स्थानों पर उम्मीदवारों को फॉर्म 17सी और 17सी 2 (मतदान की संख्या से संबंधित) नहीं दिए गए।
उन्होंने दावा किया, मुंबई उत्तर पश्चिम लोकसभा सीट की निर्वाचन अधिकारी को लगातार किए गए फोन कॉल की भी जांच होनी चाहिए। वह फोन पर बात करने के लिए कई बार अपनी सीट से हट जाती थीं। परब ने कहा कि राजनीतिक दलों के सभी मतगणना एजेंट मतों की संख्या की गणना करते हैं और फिर निर्वाचन अधिकारी गिने गए मतों की संख्या को अंतिम रूप देता है।
निर्वाचन अधिकारी और मतगणना एजेंट एक-दूसरे से काफी दूर बैठे थे : उन्होंने दावा करते हुए कहा, निर्वाचन अधिकारी और मतगणना एजेंट एक-दूसरे से काफी दूर बैठे थे, जहां दूरी के कारण मतों की गणना संभव नहीं थी। फॉर्म 17 सी और 17 सी भाग 2, जो डाले गए मतों की संख्या का विवरण देते हैं, कई उम्मीदवारों को नहीं दिए गए। 19वें राउंड तक हमारे आंकड़ों और सहायक निर्वाचन अधिकारी के आंकड़ों में 650 मतों का अंतर था।
उल्लेखनीय है कि मुंबई में वनराई पुलिस ने वायकर के रिश्तेदार के खिलाफ गोरेगांव (जो वायकर के निर्वाचन क्षेत्र का हिस्सा है) में एक मतगणना केंद्र पर चार जून को आम चुनावों के परिणाम घोषित होने के दिन मोबाइल फोन का कथित रूप से इस्तेमाल करने का मामला दर्ज किया है। परब ने कहा कि मोबाइल फोन का इस्तेमाल अनधिकृत तरीके से किया गया और संदेह है कि जब्त किया गया फोन 10 दिन बाद बदल दिया गया होगा। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour