Cabinet expansion in Maharashtra: महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस द्वारा मंत्रिमंडल के गठन के साथ ही सहयोगी दलों शिवसेना और एनसीपी में बागी तेवर दिखना शुरू हो गए हैं। शिवसेना विधायक नरेंद्र भोंडेकर ने मंत्रिमंडल में शामिल न किए जाने पर निराशा व्यक्त करते हुए पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। दूसरी ओर, एनसीपी नेता छगन भुजबल ने भी मंत्री नहीं बनाए जाने को लेकर नाराजगी जाहिर की है। हालांकि छगन की अगली रणनीति क्या हो गया फिलहाल उन्होंने इसका खुलासा नहीं किया है।
भोंडेकर ने कहा कि मैं इस शर्त पर शिवसेना में शामिल हुआ था कि मुझे मंत्रिमंडल में जगह दी जाएगी। शिंदे ने मुझसे इसका वादा भी किया था। जब शिंदे पूर्ववर्ती सरकार में मुख्यमंत्री बने थे, तब मैं एक निर्दलीय विधायक था और मैंने उन्हें समर्थन दिया था। शिवसेना नेता ने दावा किया कि पिछली सरकार में मंत्रिमंडल विस्तार के दौरान भी मंत्री पद के लिए उनके नाम पर विचार किया गया था।
उल्लेखनीय है कि देवेंद्र फडणवीस नीत सरकार के पहले मंत्रिमंडल विस्तार में रविवार को महायुति के सहयोगी दलों के कुल 39 विधायकों ने शपथ ली थी, जिनमें 16 नए चेहरे शामिल हैं। 10 पूर्व मंत्रियों को मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिल पाई। भाजपा को 19 मंत्री पद मिले, जबकि शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना को 11 और अजित पवार की राकांपा को 9 मंत्री पद मिले।