चिदंबरम ने कांग्रेस की साहसी नेता की जन्म शताब्दी समारोह में एक संगोष्ठी में कहा, 'इंदिरा गांधी किसी धर्म, क्षेत्र अथवा जाति की नहीं थीं, और इसी वजह से देश के सभी वर्ग के लोग आज तक उनसे स्नेह करते हैं।'
उन्होंने कहा कि अनेक सामाजिक वैज्ञानिकों ने कहा है कि महात्मा गांधी के बाद जिनका नाम सबसे पहले जेहन में आता है वह हैं इंदिरा। कोई इस बात से सहमत हो सकता है, असहमत हो सकता अथवा तर्क वितर्क कर सकता है लेकिन कोई भी इंदिरा गांधी की देशभक्ति और इस देश की जनता के प्रति उनके प्यार पर संदेह नहीं कर सकता।
कांग्रेस नेता ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री के पास स्वीकार करने का साहस था और इसलिए उन्होंने स्वीकार किया था कि 1970 में आपातकाल लागू करना एक गलती थी। हालांकि उन्होंने आपातकाल को सही ठहराने का दावा किया और कहा कि उन परिस्थितियों को देखना चाहिए, जिसके कारण यह कदम उठाया गया। (भाषा)