उन्होंने कहा कि अग्नि पांच प्रक्षेपास्त्र के परीक्षण की रिपोर्टो की चीन को जानकारी है और संयुक्त राष्ट्र के स्पष्ट दिशा निर्देश है कि क्या भारत परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम बैलिस्टिक मिसाइलों का विकास कर सकता है। प्रवक्ता ने कहा कि भारत और चीन विश्व की उभरती अर्थव्यवस्थाएं हैं और ये प्रतिद्वंद्वी न होकर सहयोगी है।