योगी ने यहां आनन-फानन में बुलाए गए संवाददाता सम्मेलन में कहा कि कांग्रेस बार-बार अपने कारनामों के जरिये इस देश के आम नागरिकों और देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करती रही है। वर्ष 2004 से 2014 के बीच केन्द्र में अपनी सरकार के कार्यकाल में कोई ऐसा क्षेत्र नहीं था जिसमें कांग्रेस ने घोटाला ना किया हो। जल, थल, नभ, अंतरिक्ष और पाताल समेत जीवन के हर क्षेत्र को कांग्रेस ने घोटालों से आच्छादित किया।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के शासनकाल में अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर खरीद में हुए 3700 करोड़ रुपए के घोटाले में करीब 360 करोड़ रुपए की रिश्वतखोरी मानी जा रही है। उसमें से 150 करोड़ रुपए कांग्रेस के नेताओं को मिले हैं। इस मामले में गिरफ्तार किए गए बिचैलिए क्रिश्चियन मिशेल द्वारा प्रवर्तन निदेशालय के सामने ‘मिसेज गांधी‘ नाम लिया जाना यह साबित करता है कि इसमें कांग्रेस की पूरी संलिप्तता है।
योगी ने दावा किया कि अगस्ता वेस्टलैंड से जुड़े मामले में इस कम्पनी के अधिकारियों को इटली की अदालत ने पहले भी सजा दी है। अदालत ने यह भी कहा है कि इस मामले से जुड़े अन्य अभियुक्त इटली के बाहर के हैं, इसलिए वह उसमें कुछ नहीं कर सकती। आखिर कौन हैं वे लोग। श्रीमती गांधी का नाम आना अपने आप में साबित करता है कि इसमें कांग्रेस नेताओं की संलिप्तता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस चोरी और सीनाजोरी करती है। इस वक्त चोर मचाए शोर वाली स्थिति है। अगस्ता मामले में कांग्रेस एक बार फिर बेनकाब हुई है। देश की आवश्यकताओं की समय से पूर्ति नहीं होने पर देश की सुरक्षा पर असर पड़ता है। कांग्रेस अगर रिश्वतखोरी ना करती तो देश की सुरक्षा के मोर्चे पर जो एक लम्बे समय तक इंतजार करना पड़ा है, उससे बचा जा सकता था।